पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की संगठन में वापसी:भाजपा किसान मोर्चा की कमान फिर सौंपी, दूसरी बार मिली जिम्मेदारी
पूर्व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को भाजपा ने एक बार फिर बड़ी संगठनात्मक जिम्मेदारी सौंपी है। राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने उन्हें राजस्थान भाजपा किसान मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है। यह चौधरी के लिए दूसरी बार यह जिम्मेदारी है। इससे पहले वे 2013 से 2017 तक किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। कैलाश चौधरी ने 2018 में बायतु विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2019 में बाड़मेर लोकसभा सीट से जीत दर्ज कर संसद पहुंचे और मोदी सरकार में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री बने। भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर उन्हें मैदान में उतारा, लेकिन त्रिकोणीय मुकाबले में वे तीसरे स्थान पर रहे, जबकि कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल विजयी रहे। लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद पार्टी ने संगठन में उन पर भरोसा बनाए रखा। सोमवार को प्रदेश में विभिन्न मोर्चों के अध्यक्षों की घोषणा के दौरान किसान मोर्चा की कमान दोबारा कैलाश चौधरी को सौंपी गई है।
पूर्व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को भाजपा ने किसान मोर्चा की जिम्मेदारी दी है। राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैलाश चौधरी को राजस्थान भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बनाया है। चौधरी पूर्व में भी किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। अब उनके लिए यह दूसरी बार जिम्मेदारी है। दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी साल 2013 में भाजपा ने किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बनाया था। 2017 तक रहे थे। फिर 2018 में बायतु से विधानसभा चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए। इसके बाद बाड़मेर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत गए। फिर मोदी सरकार में कृषि एवं कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया था। बीजेपी ने 2024 में एक बार फिर कैलाश चौधरी को टिकट देकर उतारा। लेकिन त्रिकोणीय मुकाबले में कैलाश चौधरी हार गए और तीसरे नंबर पर रहे। कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल जीत गए। इसके बाद कैलाश चौधरी संगठन की ओर से अलग-अलग जिम्मेदारियां मिली थी। अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोमवार को प्रदेश में अलग-अलग मोर्चों के अध्यक्षों की घोषणा की है। इसमें किसान मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में बाड़मेर के पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को जिम्मेदारी है। कैलाश चौधरी दूसरी बार जिम्मेदारी मिली है।