भरतपुर में गलत इंजेक्शन लगाने से युवती की मौत:परिजनों का आरोप- डॉक्टर ने जांच भी नहीं की, बेहोश हुई तो मारपीट करने लगे
भरतपुर के रुदावल कस्बे में एक गलत इंजेक्शन से एक 20 साल की युवती की मौत हो गई। लड़की के परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई उसके बाद भी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कि है। अब युवती के परिजन इंसाफ के लिए पुलिस के अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। आज युवती के परिजन आईजी के पास पहुंचे और डॉक्टर के खिलाफ करवाई करने की गुहार लगाई। बिना जांच किए लड़की को लगाया इंजेक्शन डुलीराम निवासी मूला कॉलोनी उच्चैन ने बताया कि 12 अगस्त को मेरी नवासी सविता (20) की तबीयत खराब थी। मैं सविता को दिखाने के लिए रुदावल बस स्टैंड के पास एक डॉक्टर अशोक को दिखाने के लिए ले गया था। डॉक्टर को सविता की हालत के बारे में बताया। जिसके बाद डॉक्टर ने बिना कोई जांच किए सविता को इंजेक्शन लगा दिया। डुलीराम ने डॉक्टर से कहा कि वह इंजेक्शन लगाने से पहले के बार सविता की जांच करवा लें लेकिन, डॉक्टर ने सविता की नहीं सुनी। इंजेक्शन लगाते ही लड़की हुई बेहोश इंजेक्शन लगते ही सविता बेहोश हो गई। जब डुलीराम ने डॉक्टर को टोका तो, डॉक्टर ने डुलीराम को गालियां देना शुरू कर दिया और, मारपीट करने को उतारू हो गया। डुलीराम ने सविता को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। उच्चैन से सविता से भरतपुर के आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरबीएम अस्पताल से सविता को जयपुर रेफर किया गया। 6 सितंबर को सविता की मौत हो गई। 6 सितंबर को डुलीराम ने उच्चैन थाने में डॉक्टर अशोक के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। पुलिस नहीं कर रही कोई कार्रवाई अब सविता के परिजनों का आरोप है कि FIR दर्ज करवाने के बाद भी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। डॉक्टर के द्वारा परिजनों को बार-बार धमकी दी जा रही है। साथ ही राजीनामे का भी दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस को इसके बारे में बताया गया है लेकिन, पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
भरतपुर के रुदावल कस्बे में एक गलत इंजेक्शन से एक 20 साल की युवती की मौत हो गई। लड़की के परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई उसके बाद भी पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कि है।