कलाल समाज: प्रतियोगिता व अधिवेशन का समापन
डूंगरपुर। मोड मेवाड़ा कलाल समाज सेवा संस्थान 10 इकाई पांच दिवसीय विभिन्न प्रतियोगिता व सामाजिक अधिवेशन का समापन हुआ। इसमें क्रिकेट प्रतियोगिता सीनियर वर्ग में खेड़ा विजेता व गैंजी उप विजेता, जूनियर वर्ग में गैंजी प्रथम व देवल इलेवन उपविजेता, रस्सा-कस्सी मे खैरवाड़ा विजेता व कनबई उपविजेता रही। साथ ही विभिन्न दौडे, लंबीकूद , रस्सीकूद, चम्मच रेस सहित साहित्यिक सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में कवितापाठ, संगीत, वाद-विवाद, एकल नृत्य, निबंध, चित्रकला, मेंहदी सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। इस अवसर पर समाज का खुला अधिवेशन किया। वक्ताओं ने सामूहिक विवाह को अनिवार्य करने पर जोर दिया। समाज अध्यक्ष चिमनलाल कलाल ने कार्य योजना पर जानकारी दी। इसमें समाज से केंद्रीय आवासीय विद्यालय व लाइब्रेरी शुरु करने, वृद्वजनों का सम्मान करने, महिलाओं के लिए सिलाई, मेंहदी, ब्यूटी पार्लर सहित प्रशिक्षण कार्यक्रम, समाज में बढ़ रही कुरीतियों को रोकने, रिंगसेरेमनी, केक काटने व पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने का आह्वान किया। समाज की 65 प्रतिभाओं, 30 वृद्धजनों, 10 सरकारी सेवा मे नव नियुक्त समाजजन व 8 कक्षा कक्षों का निर्माण कराने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया। इकाई प्रमुख देबीलाल बिलड़ी, खेल प्रभारी भोगीलाल गैंजी, कार्यक्रम प्रभारी अमृतलाल देवल, निलेष बिलड़ी, जसवंत झींझवा व छगनलाल ने योगदान दिया। संचालन जितेन्द्र कलाल ने किया। संरक्षक नगीनलाल बिलपन ने आभार व्यक्त किया।
डूंगरपुर। मोड मेवाड़ा कलाल समाज सेवा संस्थान 10 इकाई पांच दिवसीय विभिन्न प्रतियोगिता व सामाजिक अधिवेशन का समापन हुआ। इसमें क्रिकेट प्रतियोगिता सीनियर वर्ग में खेड़ा विजेता व गैंजी उप विजेता, जूनियर वर्ग में गैंजी प्रथम व देवल इलेवन उपविजेता, रस्सा-कस
.
साथ ही विभिन्न दौडे, लंबीकूद , रस्सीकूद, चम्मच रेस सहित साहित्यिक सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में कवितापाठ, संगीत, वाद-विवाद, एकल नृत्य, निबंध, चित्रकला, मेंहदी सहित विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। इस अवसर पर समाज का खुला अधिवेशन किया। वक्ताओं ने सामूहिक विवाह को अनिवार्य करने पर जोर दिया। समाज अध्यक्ष चिमनलाल कलाल ने कार्य योजना पर जानकारी दी। इसमें समाज से केंद्रीय आवासीय विद्यालय व लाइब्रेरी शुरु करने, वृद्वजनों का सम्मान करने, महिलाओं के लिए सिलाई, मेंहदी, ब्यूटी पार्लर सहित प्रशिक्षण कार्यक्रम, समाज में बढ़ रही कुरीतियों को रोकने, रिंगसेरेमनी, केक काटने व पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने का आह्वान किया।
समाज की 65 प्रतिभाओं, 30 वृद्धजनों, 10 सरकारी सेवा मे नव नियुक्त समाजजन व 8 कक्षा कक्षों का निर्माण कराने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया। इकाई प्रमुख देबीलाल बिलड़ी, खेल प्रभारी भोगीलाल गैंजी, कार्यक्रम प्रभारी अमृतलाल देवल, निलेष बिलड़ी, जसवंत झींझवा व छगनलाल ने योगदान दिया। संचालन जितेन्द्र कलाल ने किया। संरक्षक नगीनलाल बिलपन ने आभार व्यक्त किया।