जयपुर में स्कूल के पास कचरे के ढेर:बच्चों के स्वास्थ्य पर मंडरा रहा खतरा, शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस
जयपुर शहर के कई वार्डों से सिविक इश्यू के तहत कचरे की गंभीर समस्या सामने आ रही है। जगह-जगह कचरे के ढेर, नालियों के बाहर जमा गंदगी और समय पर सफाई नहीं होने से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम में बार-बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। कई इलाकों में महीनों से कचरा जमा है, जिससे बदबू फैल रही है और आसपास का माहौल अस्वच्छ हो गया है। नालियों के पास कचरा जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बना हुआ है। बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ही आमजन की रोजमर्रा की परेशानियों और शहर की जमीनी हकीकत को पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू सेगमेंट पर क्लिक करें। कचरा उठाने वाली गाड़ी नियमित रूप से नहीं आती वार्ड 96, मुहाना मंडी में रहने वाले अनिल कुमार ने शिकायत की है कि उनके इलाके में कचरा उठाने वाली गाड़ी नियमित रूप से नहीं आती, जिससे सड़कों पर कचरे के ढेर लग गए हैं। कई बार नगर निगम को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। गंदगी के कारण पूरे क्षेत्र में बदबू फैली रहती है और संक्रमण का खतरा बना हुआ है। पिछले 6–7 महीनों से कचरा जमा है वार्ड 12, सूरज कॉलोनी में रहने वाले गोपाल ने बताया कि गली के नुक्कड़ पर पिछले 6–7 महीनों से कचरा जमा है, लेकिन अब तक सफाई नहीं हुई। इससे पूरी कॉलोनी में गंदगी फैल रही है, लोगों को आने-जाने में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्कूल के पास रोज कचरा जमा हो जाता है वार्ड 98, कल्याण नगर में रहने वाले सतीश ने बताया कि उनके इलाके में स्कूल के पास रोज कचरा जमा हो जाता है। आसपास रिहायशी क्षेत्र होने के कारण बदबू और गंदगी से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। कचरा नियमित रूप से नहीं उठने की वजह से पूरे इलाके में दुर्गंध फैली रहती है। क्षेत्र में काफी समय से कचरा जमा है वार्ड 17, विश्वकर्मा कॉलोनी में शीतल ने बताया कि उनके क्षेत्र में काफी समय से कचरा जमा है। नगर निगम को सूचना देने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। उनका कहना है कि अगर समय रहते सफाई नहीं हुई, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। आम जनता का आरोप है कि कई जगह सिर्फ औपचारिक सफाई कर दी जाती है। कचरा पूरी तरह हटाया नहीं जाता और कुछ मुख्य सड़कों पर कचरा पात्र तक नहीं लगाए गए हैं। मजबूरी में लोग सड़क किनारे ही कचरा फेंक रहे हैं, जिससे समस्या और बढ़ रही है। जनता ने अब नगर निगम से नियमित सफाई, कचरा उठाने की व्यवस्था और पर्याप्त कचरा पात्र लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो शहर में बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है। आप भी कर सकते है पोस्ट अब लोग अपनी बात सीधे दैनिक भास्कर ऐप पर रख रहे हैं। दैनिक भास्कर ऐप के 'सिविक इश्यू' सेक्शन में गली या मोहल्ले की समस्या लिखकर और फोटो लगाकर पोस्ट की जा सकती है। अगर आपने इस सेक्शन में किसी समस्या को लेकर पोस्ट किया और उसका समाधान हो गया है तो आप पोस्ट कर बता सकते हैं कि आपकी समस्या का समाधान हो। यहां क्लिक करें। जयपुर में सिविक इश्यू से जुड़ी ये 10 खबरें भी पढ़िए... 1.जयपुर में इटरनल हॉस्पिटल के पास सड़क टूटी:कचरा और बंद रोड लाइटें, कई वार्डों में हालात बदतर, शिकायतों के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई 2.जयपुर में टूटी सड़कें और सीवर बने परेशानी:अंधेरी गलियां और गंदा पानी बना जनता के लिए मुसीबत; दैनिक भास्कर एप पर आई समस्याएं 3. जयपुर में सरकारी स्कूल के बाहर कचरे का ढेर:बदबू और संक्रमण का बढ़ा खतरा, शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई 4.जयपुर में सड़कें, स्ट्रीट-लाइट और सीवर लाइन की हालत खराब:दैनिक भास्कर पर सिविक इश्यू सेगमेंट पर जनता की शिकायतें 5. जयपुर के मालवीय नगर-सांगानेर में गंदगी-पानी और लाइट की समस्या:दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू सेगमेंट में लगातार आ रही शिकायतें, लोग हो रहे परेशान 6. बिना जाली का ट्रांसफॉर्मर बना खतरा:बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट, पोल टेढ़े हुए; दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू पर आई समस्याएं 7.जयपुर मे जगह-जगह कचरा, नगर निगम नहीं कर रहा समाधान:कॉलोनियों में सालों से नहीं उठाया गया कचरा, दैनिक भास्कर एप पर आई समस्याएं 8. जयपुर में बदहाल सड़कें ,पानी भरने से हादसों का खतरा:मानसरोवर में वाटर पाइपलाइन टूटने से सप्लाई बाधित, दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू पर आ रही शिकायतें 9.जयपुर में स्कूल के सामने कचरे का ढेर:SMS में लाइन से परेशान लोग बोले- स्टाफ के लोग परिचितों को पहले दिखा रहे 10. जयपुर में नालियों के टूटे चैंबर,टूटी सड़कों से परेशान लोग:स्ट्रीट लाइट नहीं होने से रहता है अंधेरा, दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू पर आई समस्याएं






