फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिलने से किसान नाराज:आक्रोश रैली निकाल कर जताया विरोध; बोले- आर्थिक नुकसान हो रहा
चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र में अतिवृष्टि के बावजूद किसी भी किसान को खरीफ की फसल के नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है। राजस्व विभाग द्वारा यहां पर काफी कम नुकसान का आकलन किए जाने से किसी को भी मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसानों में नाराजगी है। इसी को लेकर सोमवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने आक्रोश रैली निकाली। साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अधिकारियों ने किसानों की मांग पर दोबारा से विचार कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। खरीफ की पूरी फसल हुई खराब भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष श्रीनारायण मीणा ने बताया कि इस साल भारी बारिश के चलते तहसील क्षेत्र में पूरी तरह से खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई है। इसके बावजूद तहसील क्षेत्र में राजस्व विभाग द्वारा जो नुकसान का आकलन किया है, वह काफी कम किया गया है। जिससे सरकार द्वारा किसी को मुआवजा नहीं दिया गया है। जिसके चलते किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। फसल खराबी की दोबारा से गिरदावरी करने एवं अन्य मांगों को लेकर सोमवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान कृषि मंडी में इकट्ठा हुए। यहां से आक्रोशित रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां पर किसानों ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि खरीफ की फसल को लेकर जो कार्रवाई होनी थी, वह अभी बंद हो गई है। सरकार को फिर से इसे खोले जाने के लिए ज्ञापन भेजा जाएगा, साथ ही हर संभव मदद की जाएगी। इसके बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन समाप्त करते हुए कार्रवाई नहीं होने पर फिर से आंदोलन की चेतावनी दी।
चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र में अतिवृष्टि के बावजूद किसी भी किसान को खरीफ की फसल के नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है।
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राजस्व विभाग द्वारा यहां पर काफी कम नुकसान का आकलन किए जाने से किसी को भी मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसानों में नाराजगी है।
इसी को लेकर सोमवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने आक्रोश रैली निकाली। साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अधिकारियों ने किसानों की मांग पर दोबारा से विचार कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
खरीफ की पूरी फसल हुई खराब
भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष श्रीनारायण मीणा ने बताया कि इस साल भारी बारिश के चलते तहसील क्षेत्र में पूरी तरह से खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई है। इसके बावजूद तहसील क्षेत्र में राजस्व विभाग द्वारा जो नुकसान का आकलन किया है, वह काफी कम किया गया है। जिससे सरकार द्वारा किसी को मुआवजा नहीं दिया गया है। जिसके चलते किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
