एक मंच पर संगठन व सरकार:भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज से फिर ‘कार्यकर्ता दरबार’, मंत्री और पदाधिकारी सीधे सुनेंगे परिवाद
भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई सोमवार को फिर से शुरू की जा रही है। सोमवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई होगी। सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को दो मंत्रियों और पदाधिकारियों की ओर से कार्यकर्ता सुनवाई की जाएगी। संगठन ने करीब 20 दिन पहले मंत्रियों के सरकार के दो साल पर हो रहे कार्यक्रमों व सेवा पखवाड़ा में व्यस्त होने की दलील देकर कार्यकर्ता सुनवाई बंद कर दी थी। लेकिन बाद में संगठन के दबाव व आगामी पंचायत व नगर निकायों के चुनावों को देखते हुए कार्यकर्ताओं की सुनवाई फिर से शुरु करने का फैसला लिया गया है। जबकि मंत्रियों के आवास पर पहले की तरह जनसुनवाई जारी रहेगी। सुनवाई में सोमवार को पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत व विजय चौधरी कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे। संगठन की ओर से भाजपा प्रदेश मंत्री अपूर्वा सिंह और नारायण मीणा भी मौजूद रहेंगे। भाजपा प्रदेश कार्यालय सचिव मुकेश पारीक ने बताया कि कार्यकर्ता सुनवाई का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं, सुझावों व अपेक्षाओं को सीधे संगठन और सरकार तक पहुंचाना है, जिससे उनका समाधान किया जा सके। क्यों अहम है यह सुनवाई ? एक साल पहले बंद हो गई थी जनता की सुनवाई डेढ़ साल पहले (जून 2024) में भी भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई शुरू की गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही जनसुनवाई बंद हो गई थी। इससे मंत्रियों व पदाधिकारियों को लेकर आम जनता व कार्यकर्ताओं के बीच गलत मैसेज गया था। हालांकि संगठन का दावा है कि भाजपा में यह परंपरा रही है कि सरकार की वर्षगांठ, संगठनात्मक अभियान या बड़े राजनीतिक आयोजनों के दौरान कार्यकर्ता सुनवाई को अस्थायी रूप से स्थगित कर जनप्रतिनिधियों को फील्ड में सक्रिय किया जाता है। पहले दो सप्ताह में केवल पांच दिन चली जनसुनवाई कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और उनकी आवश्यकताओं को समझते हुए भाजपा ने एक दिसंबर से प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई शुरू की। सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को दो मंत्रियों और पदाधिकारियों की ओर से कार्यकर्ता सुनवाई होनी थी। परिवाद के पंजीयन के बाद संबंधित मंत्री को भेजा जाना था। ताकि कार्यकर्ता की अनुशंसा पर नियमानुसार कार्रवाई की जा सके।