बालोतरा में मंदिर से दान-पेटी चोरी, थाने का घेराव किया:महंत बोले- चार चोरी हुई लेकिन अब तक खुलासा नहीं
SOURCE:Dainik Bhaskar Tech
बालोतरा जिले के समदड़ी थाना इलाके के नागाजी मंदिर में से नकाबपोश चोर दानपेटी चुरा कर ले गए। जब इसकी जानकारी महंत और स्थानीय लोगों को लगी तब उनका गुस्सा फूट गया। समदड़ी थाने का घेराव कर दिया। थानाधिकारी ने उनसे वार्ता की और जल्द खुलासा करने का आश्वासन दिया। महंत और लोग ज्ञापन देकर वहां से लौट आए। इधर पुलिस ने टीमें बनाकर सीसीटीवी फुटेज के आधार चोरों की तलाश शुरू कर दी है। दानपेटी मंदिर से कुछ ही दूरी पर फेंककर रुपए लेकर फरार हो गए। मंदिर के महंत उमाकांतगिरी चेला धनुषगिरी ने बताया- रविवार रात को करीब 10 बजे मंदिर प्रांगण में लॉक लगाकर सो गया था। सोमवार सुबह करीब 4 बजे जब वे भगवान नागाजी के दर्शन करने के लिए पहुंचे, तो देखा कि मंदिर में रखी मैन दानपेटी मौके से गायब थी। दानपेटी गायब मिलने पर महंत ने तत्काल अपने भक्तों और गांव के मौजिज लोगों को सूचना दी। साथ ही गश्त पर तैनात पुलिस के प्रभारी मांगूसिंह को फोन कर चोरी की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस सुबह करीब 5 बजे मंदिर पहुंची और मौके का मुआयना किया। पानी की टंकी के पास मिली दान पेटी पुलिस- ग्रामीणों की ओर से आसपास तलाश करने पर भवरानी मार्ग स्थित ओरण क्षेत्र में पानी की टंकी के बूस्टर के पास दानपेटी टूटी हुई अवस्था में खाली पड़ी मिली। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार चोरी हुई दानपेटी में करीब एक लाख रुपए कैश होने की संभावना है। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच में तीन संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए हैं। जिनके चेहरे कपड़े से ढंके हुए थे और वे पेंट-शर्ट पहने भवरानी मार्ग की ओर जाते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी हुई है। गौरतलब है कि नागाजी मंदिर खण्डप और आसपास के 8–10 गांवों का सामूहिक आस्था केंद्र है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दान करते हैं। दुखद तथ्य यह है कि पिछले 10 सालों में मंदिर में चार बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है। साल 2016 में हुई सबसे बड़ी चोरी में मंदिर से आभूषण और नकदी चोरी हुई थी। उस घटना से आहत होकर मंदिर के तत्कालीन महंत धनुषगिरी जी का देवलोक गमन हो गया था। इनपुट : महावीर सेन
बालोतरा जिले के समदड़ी थाना इलाके के नागाजी मंदिर में से नकाबपोश चोर दानपेटी चुरा कर ले गए। जब इसकी जानकारी महंत और स्थानीय लोगों को लगी तब उनका गुस्सा फूट गया। समदड़ी थाने का घेराव कर दिया। थानाधिकारी ने उनसे वार्ता की और जल्द खुलासा करने का आश्वासन दिया। महंत और लोग ज्ञापन देकर वहां से लौट आए। इधर पुलिस ने टीमें बनाकर सीसीटीवी फुटेज के आधार चोरों की तलाश शुरू कर दी है। दानपेटी मंदिर से कुछ ही दूरी पर फेंककर रुपए लेकर फरार हो गए। मंदिर के महंत उमाकांतगिरी चेला धनुषगिरी ने बताया- रविवार रात को करीब 10 बजे मंदिर प्रांगण में लॉक लगाकर सो गया था। सोमवार सुबह करीब 4 बजे जब वे भगवान नागाजी के दर्शन करने के लिए पहुंचे, तो देखा कि मंदिर में रखी मैन दानपेटी मौके से गायब थी। दानपेटी गायब मिलने पर महंत ने तत्काल अपने भक्तों और गांव के मौजिज लोगों को सूचना दी। साथ ही गश्त पर तैनात पुलिस के प्रभारी मांगूसिंह को फोन कर चोरी की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस सुबह करीब 5 बजे मंदिर पहुंची और मौके का मुआयना किया। कुछ ही दूर पानी की टंकी के पास मिली दान पेटी पुलिस- ग्रामीणों की ओर से आसपास तलाश करने पर भवरानी मार्ग स्थित ओरण क्षेत्र में पानी की टंकी के बूस्टर के पास दानपेटी टूटी हुई अवस्था में खाली पड़ी मिली। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार चोरी हुई दानपेटी में करीब एक लाख रुपए कैश होने की संभावना है। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच में तीन संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए हैं। जिनके चेहरे कपड़े से ढंके हुए थे और वे पेंट-शर्ट पहने भवरानी मार्ग की ओर जाते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी हुई है। गौरतलब है कि नागाजी मंदिर खण्डप और आसपास के 8–10 गांवों का सामूहिक आस्था केंद्र है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दान करते हैं। दुखद तथ्य यह है कि पिछले 10 सालों में मंदिर में चार बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है। साल 2016 में हुई सबसे बड़ी चोरी में मंदिर से आभूषण और नकदी चोरी हुई थी। उस घटना से आहत होकर मंदिर के तत्कालीन महंत श्री धनुषगिरी जी का देवलोक गमन हो गया था। इनपुट : महावीर सेन