कोहरे की मार: शाम की ट्रेनें रात में पहुंचीं, बीकानेर में रेल यात्री फिर परेशान
बीकानेर | बीकानेर में सर्दी के साथ-साथ घने कोहरे ने रेल यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को भी ट्रेन संचालन पर कोहरे का सीधा असर देखने को मिला, जब शाम को पहुंचने वाली कई ट्रेनें रात के अंधेरे में स्टेशन पहुंचीं। समय पर घर पहुंचने की उम्मीद लगाए यात्रियों को घंटों प्लेटफॉर्म पर इंतजार करना पड़ा। मंगलवार को बीकानेर रेल मंडल पर कोहरे का असर सुबह-सुबह साफ दिखाई दिया। ट्रेन संख्या 12371 बीकानेर वीकली सुपरफास्ट एक्सप्रेस को शाम 5.50 बजे पहुंचना था, लेकिन यह ट्रेन करीब 3 घंटे की देरी से रात 8.50 बजे स्टेशन पहुंची। इसी तरह ट्रेन संख्या 12403 लालगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने तय समय शाम 8.25 बजे के बजाय रात करीब 11 बजे बीकानेर पहुंची। सबसे अधिक देरी का सामना यात्रियों को बीकानेर एसी दुरंतो एक्सप्रेस में करना पड़ा। यह ट्रेन शाम 6.35 बजे के स्थान पर रात करीब 3 बजे बीकानेर रेलवे स्टेशन पहुंची, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई। कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रहने से ट्रेनों की रफ्तार सीमित रखनी पड़ी, जिसका सीधा असर समय सारिणी पर पड़ा। प्लेटफॉर्म पर बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों के साथ सफर कर रहे यात्रियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने स्टेशन पर देर रात तक इंतजार करते हुए ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए।
बीकानेर | बीकानेर में सर्दी के साथ-साथ घने कोहरे ने रेल यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को भी ट्रेन संचालन पर कोहरे का सीधा असर देखने को मिला, जब शाम को पहुंचने वाली कई ट्रेनें रात के अंधेरे में स्टेशन पहुंचीं। समय पर घर पहुंचने की उम्मीद
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ट्रेन संख्या 12371 बीकानेर वीकली सुपरफास्ट एक्सप्रेस को शाम 5.50 बजे पहुंचना था, लेकिन यह ट्रेन करीब 3 घंटे की देरी से रात 8.50 बजे स्टेशन पहुंची। इसी तरह ट्रेन संख्या 12403 लालगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस अपने तय समय शाम 8.25 बजे के बजाय रात करीब 11 बजे बीकानेर पहुंची। सबसे अधिक देरी का सामना यात्रियों को बीकानेर एसी दुरंतो एक्सप्रेस में करना पड़ा। यह ट्रेन शाम 6.35 बजे के स्थान पर रात करीब 3 बजे बीकानेर रेलवे स्टेशन पहुंची, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई।
कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रहने से ट्रेनों की रफ्तार सीमित रखनी पड़ी, जिसका सीधा असर समय सारिणी पर पड़ा। प्लेटफॉर्म पर बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों के साथ सफर कर रहे यात्रियों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने स्टेशन पर देर रात तक इंतजार करते हुए ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए।