किशनगढ़बास के गांव बघेरी कला में पशुचारा जला:दो पशुपालकों को हुआ नुकसान, पास में मिली शराब की बोतलें
किशनगढ़बास क्षेत्र के बघेरी कला गांव में मंगलवार देर रात एक खेत में रखा पशु चारा संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर राख हो गया। इस घटना से दो पशुपालकों को हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। आग लगने के स्थान पर शराब की खाली बोतलें मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है और वे असामाजिक तत्वों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। लोगों ने मिट्टी-पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश की यह घटना 30 दिसंबर मंगलवार रात करीब 9 बजे की है। सरकारी पशु चिकित्सालय के पीछे स्थित एक खेत में पशुओं के लिए रखा गया कड़वी (पशु चारा) अचानक आग की चपेट में आ गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा चारा धू-धू कर जलने लगा। आग की ऊंची लपटें देखकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लोगों ने बाल्टियों, पाइप और मिट्टी की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक चारा पूरी तरह जलकर नष्ट हो चुका था। असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगाने की आशंका इस आगजनी में राहुल भड़ाना पुत्र भजनलाल भड़ाना और लालाराम वाल्मीकि का पशु चारा जल गया। घटनास्थल पर शराब की खाली बोतलें मिलने से ग्रामीणों में रोष फैल गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों द्वारा शराब पीने के दौरान की गई लापरवाही के कारण आग लगने की आशंका है।
किशनगढ़बास क्षेत्र के बघेरी कला गांव में मंगलवार देर रात एक खेत में रखा पशु चारा संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर राख हो गया। इस घटना से दो पशुपालकों को हजारों रुपए का नुकसान हुआ है। आग लगने के स्थान पर शराब की खाली बोतलें मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश
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लोगों ने मिट्टी-पानी की मदद से आग बुझाने की कोशिश की
यह घटना 30 दिसंबर मंगलवार रात करीब 9 बजे की है। सरकारी पशु चिकित्सालय के पीछे स्थित एक खेत में पशुओं के लिए रखा गया कड़वी (पशु चारा) अचानक आग की चपेट में आ गया। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरा चारा धू-धू कर जलने लगा।
आग की ऊंची लपटें देखकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लोगों ने बाल्टियों, पाइप और मिट्टी की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक चारा पूरी तरह जलकर नष्ट हो चुका था।
असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगाने की आशंका
इस आगजनी में राहुल भड़ाना पुत्र भजनलाल भड़ाना और लालाराम वाल्मीकि का पशु चारा जल गया। घटनास्थल पर शराब की खाली बोतलें मिलने से ग्रामीणों में रोष फैल गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों द्वारा शराब पीने के दौरान की गई लापरवाही के कारण आग लगने की आशंका है।