डूंगरपुर अस्पताल में मरीज-परिजनों के नहीं लगेगा पार्किंग शुल्क:प्रशासन के आश्वासन के बाद बीपीएमएम का धरना समाप्त
डूंगरपुर जिला अस्पताल में पार्किंग शुल्क को लेकर चल रहा 16 दिवसीय धरना को समाप्त हो गया। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा (बीपीएमएम) द्वारा पार्किंग को निशुल्क करने की मांग पर यह धरना दिया जा रहा था। अस्पताल प्रशासन के मौखिक आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने इसे खत्म करने की घोषणा की। अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने आश्वासन दिया है कि अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से अब पार्किंग का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह आश्वासन प्रशासन की मध्यस्थता के बाद दिया गया। भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने बताया कि सरकार द्वारा जिला अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच जैसी सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाती हैं। इसके बावजूद, पार्किंग ठेकेदार मरीजों और उनके परिजनों से शुल्क वसूल रहा था। कई बार पार्किंग शुल्क को लेकर आम जनता के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं भी सामने आई थीं। इसी वसूली के खिलाफ बीपीएमएम पिछले 16 दिनों से अस्पताल परिसर में धरने पर बैठी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर तथा जिला कलेक्टर के बीच कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन पहले कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया था। डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि पार्किंग व्यवस्था को सुचारु बनाने और नई टेंडर प्रक्रिया को लेकर आगामी 'अस्पताल कमेटी' की बैठक में चर्चा की जाएगी। बैठक में टेंडर के संबंध में जो भी नियम या निर्णय तय होंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डूंगरपुर जिला अस्पताल में पार्किंग शुल्क को लेकर चल रहा 16 दिवसीय धरना को समाप्त हो गया। भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा (बीपीएमएम) द्वारा पार्किंग को निशुल्क करने की मांग पर यह धरना दिया जा रहा था। अस्पताल प्रशासन के मौखिक आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने
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अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने आश्वासन दिया है कि अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों से अब पार्किंग का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह आश्वासन प्रशासन की मध्यस्थता के बाद दिया गया।
भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने बताया कि सरकार द्वारा जिला अस्पताल में इलाज, दवाइयां और जांच जैसी सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाती हैं। इसके बावजूद, पार्किंग ठेकेदार मरीजों और उनके परिजनों से शुल्क वसूल रहा था।
कई बार पार्किंग शुल्क को लेकर आम जनता के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं भी सामने आई थीं। इसी वसूली के खिलाफ बीपीएमएम पिछले 16 दिनों से अस्पताल परिसर में धरने पर बैठी थी।
