नागौर में व्यापारी बोले- ऐसे तो ग्राहक आएंगे ही नहीं:अंडरपास के विरोध में सांसद से की अपील; कहा- कहीं और विकल्प तलाश करें
नागौर शहर के बीकानेर रोड रेलवे फाटक पर प्रस्तावित अंडरपास (RUB) के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। स्थानीय व्यापारियों और मोहल्लेवासियों ने एकजुट होकर इस प्रोजेक्ट का विरोध किया है। इस संबंध में जिला कलेक्टर को सौंपे गए मांग-पत्र में नागरिकों ने स्पष्ट किया है कि यह अंडरपास जनहित में होने के बजाय स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के लिए बड़ी मुसीबत साबित होगा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जहां अंडरपास प्रस्तावित है, वहां पहले से ही एक ओवरब्रिज मौजूद है। उसके ठीक नीचे एक और अंडरब्रिज बनाना तकनीकी रूप से गलत है। इससे न केवल ओवरब्रिज के पिलर्स के गिरने का खतरा बना रहेगा, बल्कि भविष्य में किसी बड़े रेल हादसे की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। ग्राहकों का आना हो जाएगा बंद क्षेत्र के व्यापारियों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अंडरपास बनने से सड़क की चौड़ाई काफी कम हो जाएगी, जिससे ग्राहकों का आना-जाना पूरी तरह बंद हो जाएगा और सैकड़ों परिवारों का रोजगार छिन जाएगा। उन्होंने नागौर के पुराने अंडरपास की बदहाली का हवाला देते हुए बताया कि बारिश के दिनों में जलभराव के कारण ये रास्ते हफ्तों तक बंद रहते हैं। जिससे जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, तकनीकी खामियों और अंडरपास की कम ऊंचाई के कारण बड़े वाहनों का निकलना भी नामुमकिन होगा। सांसद से भी हस्तक्षेप की मांग स्थानीय निवासियों ने सामाजिक और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को उठाते हुए बताया कि इस मार्ग पर विभिन्न समाजों के श्मशान स्थल स्थित हैं, जहां आने-जाने में बाधा उत्पन्न होगी। साथ ही, रात के समय अंडरपास में अंधेरा रहने के कारण असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहने की आशंका है, जो महिलाओं और स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। व्यापारियों और मोहल्लेवासियों ने सामूहिक रूप से मांग की है कि इस निर्माण कार्य को तुरंत प्रभाव से रोककर इसका विकल्प तलाशा जाए। उन्होंने सुझाव दिया है कि इसे एफ.सी.आई. गोदाम या डीडवाना फाटक के पास बनाया जाए ताकि किसी का रोजगार प्रभावित न हो। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि सांसद हनुमान बेनीवाल और एस.डी.एम. को भी भेजकर उचित हस्तक्षेप की मांग की गई है।