'कौशल भारत' से संवर रहा महिलाओं का भविष्य:सिलाई प्रशिक्षण पाकर महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर, कलेक्टर ने बढ़ाया हौसला
झुंझुनूं जिले में स्किल इंडिया (कौशल भारत) अभियान महिलाओं के जीवन में नई रोशनी ला रहा है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत महिलाओं को न केवल हुनरमंद बनाया जा रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में हाल ही में आयोजित एक विशेष कार्यशाला महिलाओं के स्वावलंबन की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुई है। जीडीएसडीसी की पहल, हुनर को मिला नया मंच जीडीएसडीसी (GDSDC) के बैनर तले आयोजित इस विशेष कार्यशाला का मुख्य केंद्र सिलाई और कढ़ाई का प्रशिक्षण रहा। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को पारंपरिक और आधुनिक सिलाई तकनीकों में दक्ष करना था, ताकि वे घर बैठे या अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर स्वरोजगार से जुड़ सकें। सिलाई मशीनें बांटी कार्यशाला के समापन अवसर पर एक समारोह का आयोजन किया गया। सिलाई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिलाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली और सबसे अधिक लगन दिखाने वाली लाभार्थियों को मुफ्त सिलाई मशीनें वितरित की गईं, ताकि वे बिना किसी वित्तीय बाधा के अपना काम शुरू कर सकें। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर अरुण कुमार गर्ग ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि स्किल इंडिया जैसी योजनाएं केवल प्रशिक्षण का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की नींव हैं। जब एक महिला आत्मनिर्भर होती है, तो पूरा परिवार और समाज प्रगति करता है। प्रशिक्षित महिलाएं अपने इस कौशल का सदुपयोग करें और समाज में सकारात्मक बदलाव की वाहक बनें। विभागीय सहयोग और सक्रिय भागीदारी इस आयोजन को सफल बनाने में महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्योला ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए महिलाओं को सरकारी मदद का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। आयोजक योगिता शर्मा ने बताया कि आने वाले समय में अन्य क्षेत्रों जैसे ब्यूटी पार्लर, हस्तशिल्प और कंप्यूटर शिक्षा में भी ऐसे ही प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
झुंझुनूं जिले में स्किल इंडिया (कौशल भारत) अभियान महिलाओं के जीवन में नई रोशनी ला रहा है।
