यूरिया बिक्री में फर्जीवाड़ा, किसानों ने रतनगढ़ में लगाया जाम:डीलर पर चहेतों को फायदा पहुंचाने का आरोप, पुलिस ने खुलवाया रास्ता
चूरू के रतनगढ़ में सोमवार को किसानों ने यूरिया बिक्री में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि एक डीलर अपने चहेतों को यूरिया दे रहा है, जबकि पात्र किसानों को परेशान किया जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश के बाद जाम खुलवाया, जिससे आवाजाही सुचारू हो सका। मामले के अनुसार, गढ़ चौराहे के पास स्थित एक डीलर द्वारा यूरिया की बिक्री की जा रही थी। कृषि विभाग ने यूरिया बिक्री के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। हालांकि, नूवां के भागीरथ, हुडेरा निवासी रामकुमार मेघवाल और ओमप्रकाश सहित कई किसानों ने आरोप लगाया कि डीलर अपने चहेतों को अधिक मात्रा में यूरिया दे रहा है। इसके अलावा, पात्र किसानों से तय मूल्य से अधिक राशि ली जा रही है और उन्हें यूरिया के साथ अनावश्यक दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। सोमवार को यूरिया की बिक्री शुरू होने से पहले ही किसान अपनी जमाबंदी और आधार कार्ड लेकर डीलर की दुकान के सामने कतारों में लग गए थे। लेकिन, जब तय संख्या के बाद किसानों से आधार कार्ड की प्रतियां लेना बंद कर दिया गया, तो दर्जनों किसान आक्रोशित हो गए। उन्होंने मुख्य सड़क पर प्रदर्शन करते हुए कुछ देर के लिए जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही ट्रैफिक प्रभारी अमरचंद मय जाप्ता रतनगढ़ पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित किसानों से बातचीत की और उन्हें समझा-बुझाकर सड़क से हटाया। इसके बाद आवाजाही को सामान्य कर दिया गया।
चूरू के रतनगढ़ में सोमवार को किसानों ने यूरिया बिक्री में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि एक डीलर अपने चहेतों को यूरिया दे रहा है, जबकि पात्र किसानों को परेशान किया जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच
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मामले के अनुसार, गढ़ चौराहे के पास स्थित एक डीलर द्वारा यूरिया की बिक्री की जा रही थी। कृषि विभाग ने यूरिया बिक्री के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। हालांकि, नूवां के भागीरथ, हुडेरा निवासी रामकुमार मेघवाल और ओमप्रकाश सहित कई किसानों ने आरोप लगाया कि डीलर अपने चहेतों को अधिक मात्रा में यूरिया दे रहा है। इसके अलावा, पात्र किसानों से तय मूल्य से अधिक राशि ली जा रही है और उन्हें यूरिया के साथ अनावश्यक दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
सोमवार को यूरिया की बिक्री शुरू होने से पहले ही किसान अपनी जमाबंदी और आधार कार्ड लेकर डीलर की दुकान के सामने कतारों में लग गए थे। लेकिन, जब तय संख्या के बाद किसानों से आधार कार्ड की प्रतियां लेना बंद कर दिया गया, तो दर्जनों किसान आक्रोशित हो गए।