प्रतापगढ़ में स्ट्रीट लाइट मरम्मत में असुरक्षित क्रेन का उपयोग:सुरक्षा मानकों की अनदेखी, आयुक्त बोले-ठेकेदार से स्पष्टीकरण मांगेगे
प्रतापगढ़ शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के लिए नगर परिषद द्वारा क्रेन मशीन का अस्थायी और असुरक्षित उपयोग किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है। मरम्मत कार्य के दौरान, कर्मचारी क्रेन मशीन का सहारा लेकर एक युवक को उस पर चढ़ाकर स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर रहे हैं। यह तरीका नगर परिषद के पास उचित और सुरक्षित उपकरण न होने का संकेत देता है। शहर में स्ट्रीट लाइटें अक्सर बंद रहती हैं। इनके रखरखाव और मरम्मत के लिए कर्मचारियों को ऐसे ही जोखिम भरे तरीकों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। क्रेन के बीच सड़क पर खड़े होने से यातायात भी बाधित होता है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में नगर परिषद आयुक्त जितेंद्र कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लाइटों के रखरखाव के लिए टेंडर जारी किया जाता है और यह काम ठेकेदार की जिम्मेदारी है। आयुक्त ने कहा कि वे ठेकेदार से स्पष्टीकरण मांगेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि स्ट्रीट लाइट सही करने के लिए मशीन नगर परिषद के पास उपलब्ध नहीं है, और यह सारा काम ठेकेदार का ही रहता है।
प्रतापगढ़ शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के लिए नगर परिषद द्वारा क्रेन मशीन का अस्थायी और असुरक्षित उपयोग किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है, जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
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मरम्मत कार्य के दौरान, कर्मचारी क्रेन मशीन का सहारा लेकर एक युवक को उस पर चढ़ाकर स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर रहे हैं। यह तरीका नगर परिषद के पास उचित और सुरक्षित उपकरण न होने का संकेत देता है।
शहर में स्ट्रीट लाइटें अक्सर बंद रहती हैं। इनके रखरखाव और मरम्मत के लिए कर्मचारियों को ऐसे ही जोखिम भरे तरीकों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। क्रेन के बीच सड़क पर खड़े होने से यातायात भी बाधित होता है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध में नगर परिषद आयुक्त जितेंद्र कुमार ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लाइटों के रखरखाव के लिए टेंडर जारी किया जाता है और यह काम ठेकेदार की जिम्मेदारी है।
आयुक्त ने कहा कि वे ठेकेदार से स्पष्टीकरण मांगेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि स्ट्रीट लाइट सही करने के लिए मशीन नगर परिषद के पास उपलब्ध नहीं है, और यह सारा काम ठेकेदार का ही रहता है।