मूल पिछड़ी जातियों को संरक्षण की मांग, आयोग अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
हनुमानगढ़| सामाजिक समरसता न्याय मंच की ओर से सोमवार को ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी के हनुमानगढ़ आगमन पर ज्ञापन सौंपा गया। इसमें जिन जातियों को आरक्षण मिला हुआ है, उनके संरक्षण की मांग की गई। जिलाध्यक्ष रामप्रताप भाट और सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश भार्गव के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में बताया कि 1990 के बाद जिन 52 जातियों को आरक्षण मिला हुआ था, उनका संरक्षण होना चाहिए। बाद में जो प्रभावशाली जातियां आरक्षण में शामिल हो गई हैं, जिससे आरक्षण की मूल भावना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। राजनीतिक रूप से जबसे यह प्रभावशाली जातियां शामिल हुई हैं, तब से उन मूल पिछड़ी जातियों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व लगभग शून्य हो गया है। वंचित लोगों को उनका हक दिलवाएं, ताकि वे भी अपना प्रतिनिधित्व राजनीतिक रूप से कर सके। वंचित वर्ग के लोगों को उनका हक दिलाया जाए और उनकी पीड़ा को महसूस किया जाए। इस मौके पर मनीराम डाल, फूडग्रेन अध्यक्ष रामलाल किरोड़ीवाल, आरके वर्मा, एडवोकेट रामस्वरूप नंदीवाल, कृष्ण गहलोत, दुर्गादत्त सैनी, मनोज सैनी, सुरेंद्र जलंधरा आदि विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
हनुमानगढ़| सामाजिक समरसता न्याय मंच की ओर से सोमवार को ओबीसी आयोग अध्यक्ष मदन भाटी के हनुमानगढ़ आगमन पर ज्ञापन सौंपा गया। इसमें जिन जातियों को आरक्षण मिला हुआ है, उनके संरक्षण की मांग की गई। जिलाध्यक्ष रामप्रताप भाट और सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश भार्गव
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बाद में जो प्रभावशाली जातियां आरक्षण में शामिल हो गई हैं, जिससे आरक्षण की मूल भावना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। राजनीतिक रूप से जबसे यह प्रभावशाली जातियां शामिल हुई हैं, तब से उन मूल पिछड़ी जातियों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व लगभग शून्य हो गया है। वंचित लोगों को उनका हक दिलवाएं, ताकि वे भी अपना प्रतिनिधित्व राजनीतिक रूप से कर सके।
वंचित वर्ग के लोगों को उनका हक दिलाया जाए और उनकी पीड़ा को महसूस किया जाए। इस मौके पर मनीराम डाल, फूडग्रेन अध्यक्ष रामलाल किरोड़ीवाल, आरके वर्मा, एडवोकेट रामस्वरूप नंदीवाल, कृष्ण गहलोत, दुर्गादत्त सैनी, मनोज सैनी, सुरेंद्र जलंधरा आदि विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि शामिल रहे।