झाडोली को जंक्शन बनाने और अंडरपास निर्माण की मांग:बाजार बंद रहे, विभिन्न संगठनों ने रेल मंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
पिण्डवाड़ा तहसील की ग्राम पंचायत झाडोली में रेलवे जंक्शन घोषित करने और अंडरपास निर्माण की मांग को लेकर झाडोली बंद रहा। विभिन्न संगठनों ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। व्यापार संघ, शिवसेना, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी नरेंद्र जांगिड़ को यह ज्ञापन दिया। इसमें पिण्डवाड़ा को रेलवे जंक्शन घोषित करने और रेलवे लेवल क्रॉसिंग संख्या 104 पर अंडरपास का निर्माण शीघ्र शुरू कराने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया कि सिरोही जिला मुख्यालय आजादी के 78 वर्षों बाद भी प्रत्यक्ष रेल सेवा से वंचित है। पिण्डवाड़ा क्षेत्र औद्योगिक, मार्बल और सीमेंट उद्योगों का एक प्रमुख केंद्र है। क्षेत्रवासियों ने यह भी उल्लेख किया कि वर्ष 2023 में 5.68 करोड़ रुपये का अंडरपास स्वीकृत होने के बावजूद इसका कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों ने पिण्डवाड़ा की भौगोलिक और आर्थिक महत्ता को देखते हुए इन मांगों को उचित ठहराया।
पिण्डवाड़ा तहसील की ग्राम पंचायत झाडोली में रेलवे जंक्शन की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
पिण्डवाड़ा तहसील की ग्राम पंचायत झाडोली में रेलवे जंक्शन घोषित करने और अंडरपास निर्माण की मांग को लेकर झाडोली बंद रहा। विभिन्न संगठनों ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
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व्यापार संघ, शिवसेना, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी नरेंद्र जांगिड़ को यह ज्ञापन दिया। इसमें पिण्डवाड़ा को रेलवे जंक्शन घोषित करने और रेलवे लेवल क्रॉसिंग संख्या 104 पर अंडरपास का निर्माण शीघ्र शुरू कराने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया गया कि सिरोही जिला मुख्यालय आजादी के 78 वर्षों बाद भी प्रत्यक्ष रेल सेवा से वंचित है। पिण्डवाड़ा क्षेत्र औद्योगिक, मार्बल और सीमेंट उद्योगों का एक प्रमुख केंद्र है।
क्षेत्रवासियों ने यह भी उल्लेख किया कि वर्ष 2023 में 5.68 करोड़ रुपये का अंडरपास स्वीकृत होने के बावजूद इसका कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्रवासियों ने पिण्डवाड़ा की भौगोलिक और आर्थिक महत्ता को देखते हुए इन मांगों को उचित ठहराया।