अवैध खनन के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन:तालाब की मिट्टी अवैध रूप से बेचने का आरोप, चारागाह भूमि पर बने गड्ढ़ों पर बैठकर विरोध
कोटा ग्रामीण के दीगोद तहसील क्षेत्र के चारचौमा गांव में तालाब और चारागाह भूमि पर लगातार हो रहे अवैध खनन के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। सीमल्या मंडल कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में आयोजित प्रदर्शन में देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह भी मौजूद रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के तालाब और चारागाह की भूमि पर लंबे समय से अवैध खनन किया जा रहा है, लेकिन संबंधित विभाग और प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी किया प्रदर्शन प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता कस्बे के तिराहे पर एकत्र हुए। जहां से रैली के रूप में चारागाह भूमि तक पहुंचे। यहां अवैध खनन से बने गड्ढों में बैठकर ग्रामीणों ने नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। आरोप- तालाब की मिट्टी को अवैध रूप से निकालकर महंगे दामों में बेच रहे पूर्व सरपंच परमानंद मीणा ने बताया- तालाब की मिट्टी को अवैध रूप से निकालकर महंगे दामों में बेचा जा रहा है। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि गांव के जल स्रोत भी खतरे में पड़ गए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि अवैध खनन पर जल्द रोक नहीं लगाई गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में सीमल्या ब्लॉक अध्यक्ष गीता मेघवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा, मंडल अध्यक्ष जगदीश मीणा आदि ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कोटा ग्रामीण के दिगोद तहसील क्षेत्र के चारचौमा गांव में तालाब और चारागाह भूमि पर लगातार हो रहे अवैध खनन के विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सीमल्या मंडल कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह भी मौजूद रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के तालाब और चारागाह की भूमि पर लंबे समय से अवैध खनन किया जा रहा है, लेकिन संबंधित विभाग और प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता कस्बे के तिराहे पर एकत्रित हुए, जहां से रैली के रूप में चारागाह भूमि तक पहुंचे। यहां अवैध खनन से बने गड्ढों में बैठकर ग्रामीणों ने नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। पूर्व सरपंच परमानंद मीणा ने बताया कि तालाब की मिट्टी को अवैध रूप से निकालकर महंगे दामों में बेचा जा रहा है, जिससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि गांव के जल स्रोत भी खतरे में पड़ गए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि अवैध खनन पर शीघ्र रोक नहीं लगाई गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शन में सीमल्या ब्लॉक अध्यक्ष गीता मेघवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा, मंडल अध्यक्ष जगदीश मीणा सहित ग्रामीण और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।