प्रतापगढ़ में कॉलेज रोड पर संकेतक बोर्ड नीचे झुका:स्टूडेंट्स के साथ आमजन को खतरा, नगर परिषद से जल्द ठीक कराने की मांग
प्रतापगढ़ शहर के बांसवाड़ा रोड पर स्थित कॉलेज और जिला अस्पताल जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगा एक संकेतक बोर्ड नीचे झुक गया है। यह भारी-भरकम बोर्ड किसी भी समय गिर सकता है, जिससे बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है। ट्रैफिक का बढ़ रहा दबाव यह रास्ता हर रोज दर्जनभर से अधिक कॉलोनियों के निवासियों, विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं और जिला अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों द्वारा उपयोग किया जाता है। सुबह और शाम के समय यहां यातायात का दबाव सर्वाधिक रहता है। बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चालक, पैदल यात्री और छात्र इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं। इसके अतिरिक्त, बांसवाड़ा-प्रतापगढ़ को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-56 भी पास से गुजरता है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही भी बनी रहती है। स्टूडेंट्स के लिए खतरा स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज हवा, बारिश या किसी मामूली झटके से भी यह संकेतक बोर्ड गिर सकता है। इससे जान-माल का भारी नुकसान होने की संभावना है, खासकर छात्र-छात्राओं और दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है। इस गंभीर खतरे के बावजूद, नगर परिषद और संबंधित विभाग द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। क्षेत्रवासियों ने नगर परिषद से मांग की है कि किसी अप्रिय घटना का इंतजार किए बिना इस झुके हुए संकेतक बोर्ड को तत्काल दुरुस्त किया जाए। लोगों ने नगर परिषद से इस मामले में शीघ्र संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
प्रतापगढ़ शहर के बांसवाड़ा रोड पर स्थित कॉलेज और जिला अस्पताल जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगा एक संकेतक बोर्ड नीचे झुक गया है। यह भारी-भरकम बोर्ड किसी भी समय गिर सकता है, जिससे बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
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ट्रैफिक का बढ़ रहा दबाव यह रास्ता हर रोज दर्जनभर से अधिक कॉलोनियों के निवासियों, विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं और जिला अस्पताल आने-जाने वाले मरीजों द्वारा उपयोग किया जाता है। सुबह और शाम के समय यहां यातायात का दबाव सर्वाधिक रहता है। बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चालक, पैदल यात्री और छात्र इसी रास्ते से आवाजाही करते हैं। इसके अतिरिक्त, बांसवाड़ा-प्रतापगढ़ को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-56 भी पास से गुजरता है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही भी बनी रहती है।
स्टूडेंट्स के लिए खतरा स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज हवा, बारिश या किसी मामूली झटके से भी यह संकेतक बोर्ड गिर सकता है। इससे जान-माल का भारी नुकसान होने की संभावना है, खासकर छात्र-छात्राओं और दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है। इस गंभीर खतरे के बावजूद, नगर परिषद और संबंधित विभाग द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।