राजस्थान की कबड्डी टीम देश में तीसरे नंबर रही:पंजाब को शिकस्त देकर ब्रॉन्ज मेडल जीता, बीकानेर की कैप्टन आईना बेस्ट डिफेंडर
राजस्थान की बालिका कबड्डी टीम पंजाब को शिकस्त देकर देश में तीसरे स्थान पर रही। टीम ने 43-42 से मुकाबला जीतते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता। वहीं लूणकरणसर (बीकानेर) की रहने वाली टीम की कैप्टन आईना बेस्ट डिफेंडर रही। राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता (स्कूली स्तर) का आयोजन महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में 24 से 28 दिसंबर तक किया गया था। ग्रुप और प्री-क्वार्टर में दमदार प्रदर्शन टीम मैनेजर सत्यनारायण गोदारा ने बताया कि प्रतियोगिता के शुरुआती दौर में राजस्थान टीम का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा। टीम ने ग्रुप मुकाबलों में गुजरात को 47-17, केवीएस को 53-22, केरल को 43-21 और झारखंड को 69-20 से हराया। लगातार जीत के साथ राजस्थान ने प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। सीबीएसई के खिलाफ सबसे रोमांचक मुकाबला प्री-क्वार्टर फाइनल में राजस्थान और सीबीएसई के बीच मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। अंतिम क्षणों में राजस्थान टीम 5 पॉइंट से पीछे चल रही थी, लेकिन कप्तान आईना सायच ने शानदार खेल दिखाया। उन्होंने एक मल्टी रेड में दो खिलाड़ियों को आउट किया और अगली रेड में यूपी के रेडर को कैच आउट कर लोना मारते हुए मैच का पासा पलट दिया। राजस्थान ने यह मुकाबला 43-42 से अपने नाम किया। क्वार्टर फाइनल में यूपी को एकतरफा शिकस्त क्वार्टर फाइनल में राजस्थान टीम ने उत्तर प्रदेश को एकतरफा मुकाबले में 69-23 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इस जीत से टीम का आत्मविश्वास और मजबूत हुआ। सेमीफाइनल में महाराष्ट्र से मुकाबला सेमीफाइनल में राजस्थान का सामना मेजबान महाराष्ट्र से हुआ। कड़े और संघर्षपूर्ण मुकाबले में राजस्थान को 18-25 से हार का सामना करना पड़ा और टीम फाइनल में पहुंचने से चूक गई। कांस्य पदक मुकाबले में पंजाब पर शानदार जीत तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में राजस्थान की बालिकाओं ने जबरदस्त खेल दिखाया और पंजाब को 53-23 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। कप्तान आईना सायच को मिला राष्ट्रीय सम्मान राजस्थान टीम की कप्तान आईना सायच (लूणकरणसर निवासी) को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट डिफेंडर घोषित किया गया। उनके नेतृत्व और खेल कौशल की प्रतियोगिता में खूब सराहना हुई। लूणकरणसर में हुआ था चयन और प्रशिक्षण प्रतियोगिता से पूर्व टीम का चयन और पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लूणकरणसर स्थित भीमसेन चौधरी किसान छात्रावास के खेल मैदान में आयोजित किया गया था। प्रशिक्षकों कृष्णा खीचड़ और पूनम चौधरी ने खिलाड़ियों को तकनीकी और शारीरिक रूप से मजबूत किया। टीम में ये खिलाड़ी और स्टाफ रहे शामिल प्रशिक्षक कृष्णा खीचड़ के अनुसार टीम में कप्तान आईना सायच (बीकानेर), रवीना (बीकानेर), मोना (चूरू एकेडमी), कमला (चूरू एकेडमी), तानिया गुजर (चूरू एकेडमी), अनीता महिया (बाड़मेर), आरती (श्रीगंगानगर), रिया कुमावत (राजसमंद), टीना गुजर (अजमेर), पूजा (कोटपूतली-बहरोड़), आशा गुजर (जयपुर) और भूमिका (बीकानेर) शामिल रहीं।टीम स्टाफ में कोच कृष्णा खीचड़, मैनेजर पूनम चौधरी, शिविराधिपति सत्यनारायण गोदारा, टीम प्रभारी कांता और तकनीकी सहायक गौरीशंकर, भगवान राम व राजेश कुमार मौजूद रहे। इस उपलब्धि के बाद लूणकरणसर तहसील सहित पूरे राजस्थान में खुशी का माहौल है। लखावर गांव के व्याख्याता शिव करण लेघा ने कहा कि बालिकाओं ने निरंतर मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। वहीं प्रशिक्षक कृष्णा खीचड़ ने बताया कि टीम ने पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसका परिणाम पदक के रूप में सामने आया।