बोलेरो में जिंदा जला किसान, परिजन बोले- ये मर्डर:कहा- गाड़ी का गेट खुला था, शव सीटों के बीच मिला; शव लेने से इनकार
घर से प्लॉट के सौदे की रकम लेकर निकले किसान की बोलेरो में आग लग गई। इसमें जलने से किसान की मौत हो गई। परिजनों ने इसे हत्या बताते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया है। आरोप है कि किसी ने उनकी हत्या की है। कार में आग लगी तब दरवाजा खुला था। उनका शव भी आगे की सीटों के बीच में मिला है। किसी ने गाड़ी में आग लगाकर उन्हें जिंदा जलाया है। मामला डीडवाना कुचामन के लाडनूं उपखंड के निम्बी जोधा थाना इलाके के रताऊ गांव की है। परिजन लाडनूं अस्पताल के सामने बैठे हैं, जहां निम्बी जोधा SHO सिद्धार्थ कुमावत और लाडनूं सीओ जितेंद्र चारण समझाइश में जुटे हैं। निम्बी जोधा SHO सिद्धार्थ कुमावत ने बताया- मंगलवार रात 8 एक बोलेरो में जलने से जेठाराम बिडियासर की मौत हो गई। इसके बाद नागौर से एफएसएल (FSL) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया था। जिसने बोलेरो से सबूत इकठ्ठा किए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और एफएसएल की जांच के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। जेठाराम के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और डीडवाना से रताऊ के बीच लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि कल शाम की कड़ियों को जोड़ा जा सके। वहीं परिजनों से समझाइश की जा रही है। 8 लाख रुपए लेकर निकले थे चचेरे भाई कृष्ण कुमार ने बताया- जेठाराम कल शाम करीब 4 बजे डीडवाना में एक प्लॉट का सौदा करने के लिए घर से निकला था और उस वक्त उसके पास आठ लाख रुपए की राशि भी थी। डीडवाना से लौटते समय रात करीब 8 बजे सिंवा रोड पर पेट्रोल पंप के पास अचानक उसकी गाड़ी धूं-धूं कर जलने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग इतनी भीषण थी कि किसी को भी पास जाने की हिम्मत नहीं हुई। दमकल ने मौके पर पहुंचकर जब तक आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक गाड़ी पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। अब देखिए मौके की तस्वीरें… बोलेरो का गेट खुला था, लाश सीटों के बीच मिली चचेरे भाई कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया कि जब गाड़ी जल रही थी, तब उसका फाटक खुला हुआ था। आग बुझने के बाद जेठाराम का शव ड्राइवर सीट के बजाय आगे की दोनों सीटों के बीच के हिस्से में मिला। यदि आग दुर्घटना के कारण लगती तो चालक बाहर निकलने का प्रयास करता, लेकिन शव की स्थिति और खुला दरवाजा किसी अनहोनी की ओर इशारा करते हैं। चचेरे भाई कृष्ण कुमार ने बताया- इसी मांग को लेकर परिजन अब लाडनूं अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं करती, तब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया जाएगा। उनके एक बेटी है जो विवाहित है, वहीं परिवार में 2 बड़े भाई हैं जो गांव में ही खेती किसानी का काम करते हैं।