देवनानी बोले- सनातन संस्कृति का वैश्विक प्रचार सराहनीय:हरिशेवा उदासीन आश्रम में महामंडलेश्वर का जन्मोत्सव मनाया
भीलवाड़ा स्थित हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन का 65वां जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी विशेष रूप से शामिल हुए। समारोह में संतों, महापुरुषों और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। सनातन धर्म सदैव नारी सुरक्षा के लिए सजग: देवनानी आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि सनातन धर्म सदैव से नारियों की सुरक्षा और सम्मान का पक्षधर रहा है। उन्होंने कहा कि समाज को अपनी बेटियों और बहनों की रक्षा के लिए सदैव सजग रहना होगा।उन्होंने हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर द्वारा पूरे विश्व में सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार को सराहनीय और अद्वितीय बताया। संत समाज की साझा धरोहर : स्वामी हंसराम उदासीन महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने अपने आशीर्वचन में कहा कि संत किसी जाति, वर्ग या परिवार से नहीं, बल्कि पूरे समाज से जुड़े होते हैं। संत समाज सेवा के लिए धरती पर आते हैं और वे समाज की साझा धरोहर होते हैं। शिवाभिषेक और हवन से हुई कार्यक्रमों की शुरुआत समारोह से पूर्व आश्रम के श्री हरि सिद्धेश्वर मंदिर में शिवाभिषेक किया गया। साथ ही जगद्गुरु श्री श्रीचन्द्र महाराज एवं समाधि वाले सतगुरुओं का पूजन-अर्चन किया गया।पं. रोशन शास्त्री, अशोक व्यास, सत्यनारायण शर्मा एवं ब्राह्मण मंडली ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक कराया। इसके बाद हवन का आयोजन हुआ, जिसमें संतों और श्रद्धालुओं ने आहुतियां दीं। कार्यक्रम के दौरान गौशाला में गौपूजन किया गया और गौ माता को लापसी का भोग अर्पित किया गया। अन्नक्षेत्र सेवा के माध्यम से श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरित की गई। सायंकालीन सत्र में संतों, महापुरुषों और सनातन समाज की गरिमामय उपस्थिति में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन का जन्मदिन समारोहपूर्वक मनाया गया। मंचासीन संतों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया और ब्राह्मणों ने स्वस्तिवाचन किया। सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शस्त्र और शास्त्र का पूजन हुआ। संतों के सानिध्य में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। आश्रम के संत मयाराम, संत राजाराम, संत गोविंदराम सहित ब्रह्मचारी बालकों ने महामंडलेश्वर का माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया। संगठनों और श्रद्धालुओं ने किया अभिनंदन नगर के विभिन्न सामाजिक, व्यावसायिक एवं औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों ने महामंडलेश्वर का माल्यार्पण, उपरणा, श्रीफल, स्मारिका और प्रतीक चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन खुशबू शुक्ला और पल्लवी वच्छानी ने किया। कार्यक्रम के अंत में विश्व विख्यात संत प्रकाशदास महाराज द्वारा भजन संध्या प्रस्तुत की गई, जिसमें श्रद्धालु झूम उठे और आध्यात्मिक आनंद प्राप्त किया। ये संत रहे मौजूद महामंडलेश्वर स्वामी अरुणदास (हरिद्वार), महंत बनवारी शरण काठिया बाबा, महंत बलरामदास, महंत रामदास रामायणी, महंत संतदास महाराज, पुजारी मुरारी, महंत रामगिरी महाराज, महंत स्वामी आत्मादास (उज्जैन), महंत स्वामी मोहनदास, संत संतराम (इंदौर), महंत स्वामी दीपक नंदलाल फकीर (भावनगर), महंत स्वामी सरूपदास, महंत स्वामी ईश्वरदास (अजमेर), महंत स्वामी हनुमानराम (पुष्कर) और पारी माता (भीलवाड़ा) सहित अनेक संत उपस्थित रहे।