बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, परिषद ने सौंपा ज्ञापन:अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद ने राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से कार्रवाई की मांग की
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार, हत्या और धार्मिक उत्पीड़न के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम संबोधित था, जिसमें कठोर कदम उठाने की मांग की गई। ज्ञापन के दौरान अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के जिला मंत्री विक्रम रावल ने बताया कि आए दिन विभिन्न राज्यों एवं देशों में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश में मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या कर उसे पेड़ पर लटकाकर जलाने की घटना का जिक्र किया। रावल ने कहा कि बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यक आज अपने देश में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रीय बजरंग दल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भावेश आर्य ने कहा कि आज प्रदेश एवं देश में हिंदू बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और हिंदुओं के घरों को जलाया जा रहा है। उन्होंने सरेआम हिंदुओं को नग्न अवस्था में पेड़ पर लटकाकर जलाने जैसी घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान न किए जाने पर सवाल उठाए। राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से अनुरोध किया गया कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जाए एवं दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करवाई जाए। इन प्रमुख बिंदुओं को लेकर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने मिलकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के जिला मंत्री विक्रम रावल, रामलाल माली, मुकेश सैन, भावेश आर्य, राष्ट्रीय छात्र परिषद जिला अध्यक्ष अतुल रावल, कलमेश माली, रामलाल देवासी, गणपत सिंह देवल, जितेंद्र गर्ग, मनोहर सिंह, विक्रम कुमार, मुकेश माली, शैतान सिंह, वसंत आर्य, प्रवीण बिश्नोई, विजय और अर्जुन सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ हिंदू संगठनों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार, हत्या और धार्मिक उत्पीड़न के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम संबोधित था, जिसमें कठोर कदम उठाने की