सोमेश्वर गिरी महाराज बोले- वृक्ष बचेंगे तो इंसान बचेंगे:पेड़-पौधे हमें जीवन देते हैं, उनसे हमें कई आयुर्वेदिक औषधियां भी मिलती हैं
जंभेश्वर वन्य जीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान के तत्वावधान में जोधपुर के प्रताप नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बिजोलाई बालाजी आश्रम के गादीपति और महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरी महाराज के सानिध्य में पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। अपने संबोधन में सोमेश्वर गिरी महाराज ने कहा कि वृक्ष बचेंगे तो इंसान बचेंगे। उन्होंने कहा कि आज के समय में पर्यावरण की चिंता करना बेहद जरूरी है, क्योंकि जिस तरह से पर्यावरण को नष्ट किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में गंभीर नुकसान भुगतने होंगे। पेड़-पौधे हमें जीवन देते हैं और उनसे हमें कई आयुर्वेदिक औषधियां भी मिलती हैं। हर पेड़ का आयुर्वेद में अलग महत्व है और हमारे शास्त्रों में भी पेड़ों को लेकर कई ऐतिहासिक और धार्मिक बातें बताई गई हैं। महाराज ने कहा कि केवल कहने मात्र से पर्यावरण का संरक्षण नहीं होगा, बल्कि हम सबको एक संकल्प और एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़कर पर्यावरण को बचाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने और समर्पित भाव के साथ आगे बढ़कर राष्ट्र सेवा में कार्य करने का आह्वान किया।
जंभेश्वर वन्य जीव सेवा एवं पर्यावरण विकास संस्थान के तत्वावधान में जोधपुर के प्रताप नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बिजोलाई बालाजी आश्रम के गादीपति और महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरी महाराज के सानिध्य में
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अपने संबोधन में सोमेश्वर गिरी महाराज ने कहा कि वृक्ष बचेंगे तो इंसान बचेंगे। उन्होंने कहा कि आज के समय में पर्यावरण की चिंता करना बेहद जरूरी है, क्योंकि जिस तरह से पर्यावरण को नष्ट किया जा रहा है, उससे आने वाले समय में गंभीर नुकसान भुगतने होंगे। पेड़-पौधे हमें जीवन देते हैं और उनसे हमें कई आयुर्वेदिक औषधियां भी मिलती हैं। हर पेड़ का आयुर्वेद में अलग महत्व है और हमारे शास्त्रों में भी पेड़ों को लेकर कई ऐतिहासिक और धार्मिक बातें बताई गई हैं।
महाराज ने कहा कि केवल कहने मात्र से पर्यावरण का संरक्षण नहीं होगा, बल्कि हम सबको एक संकल्प और एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़कर पर्यावरण को बचाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने और समर्पित भाव के साथ आगे बढ़कर राष्ट्र सेवा में कार्य करने का आह्वान किया।