पुत्रदा एकादशी पर श्रद्धालुओं को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया, बाबा श्याम कथा आज से
सिटी रिपोर्टर | बीकानेर| पौष पुत्रदा एकादशी एवं साल की अंतिम एकादशी के पावन अवसर पर बाबा श्याम का भव्य एवं दिव्य श्रृंगार दिल्ली से मंगवाए गए विशेष पुष्पों से किया गया। बाबा का श्रृंगार आर्किड, टाटा गुलाब एवं बंगलौर बटन सहित सात रंगों के अलग-अलग आकर्षक पुष्पों से सुसज्जित रहा। यह अलौकिक श्रृंगार मुख्य पुजारी चेतन शर्मा एवं किशन शर्मा के सान्निध्य में विधिवत रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रन्यास के अध्यक्ष केके शर्मा एवं महासचिव सुरेश चन्द्र भसीन ने बताया कि पौष पुत्रदा एकादशी धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी पावन तिथि पर मंदिर परिसर में नशा मुक्ति का संकल्प अभियान भी चलाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को नशा छोड़ने एवं दूसरों को नशे से दूर रखने की शपथ दिलाई गई। प्रन्यास के कोषाध्यक्ष ओम जिंदल ने बताया कि साल की अंतिम एकादशी एवं पौष पुत्रदा एकादशी के अवसर पर “नशा मुक्ति बीकानेर” के संकल्प को सशक्त बनाने के लिए मंदिर में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को शपथ दिलाई गई कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे तथा अपने घर-परिवार और गली-मोहल्ले में भी नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे। बाबा श्याम के दरबार में इस दौरान श्रद्धालुओं की गहरी भक्ति देखने को मिली। वहीं 31 दिसंबर से प्रारंभ होने वाली श्याम कथा को लेकर भी भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। 31 दिसंबर को भव्य कलश यात्रा के साथ श्याम कथा का शुभारंभ होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। नववर्ष के अवसर पर बाबा का विशेष भोग भी अर्पित किया जाएगा।
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पौष पुत्रदा एकादशी एवं साल की अंतिम एकादशी के पावन अवसर पर बाबा श्याम का भव्य एवं दिव्य श्रृंगार दिल्ली से मंगवाए गए विशेष पुष्पों से किया गया। बाबा का श्रृंगार आर्किड, टाटा गुलाब एवं बंगलौर बटन सहित सात रंगों के अलग-अलग आकर्षक पुष्पों से सुसज्जित रहा। यह अलौकिक श्रृंगार मुख्य पुजारी चेतन शर्मा एवं किशन शर्मा के सान्निध्य में विधिवत रूप से संपन्न हुआ।
इस अवसर पर प्रन्यास के अध्यक्ष केके शर्मा एवं महासचिव सुरेश चन्द्र भसीन ने बताया कि पौष पुत्रदा एकादशी धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी पावन तिथि पर मंदिर परिसर में नशा मुक्ति का संकल्प अभियान भी चलाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को नशा छोड़ने एवं दूसरों को नशे से दूर रखने की शपथ दिलाई गई। प्रन्यास के कोषाध्यक्ष ओम जिंदल ने बताया कि साल की अंतिम एकादशी एवं पौष पुत्रदा एकादशी के अवसर पर “नशा मुक्ति बीकानेर” के संकल्प को सशक्त बनाने के लिए मंदिर में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को शपथ दिलाई गई कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे तथा अपने घर-परिवार और गली-मोहल्ले में भी नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे।