स्कूल प्रेरकों ने की नियमित करने की मांग:बोले-सरकार के जन-कल्याणकारी काम करते हैं, लेकिन हमें परमानेंट नहीं किया
राजस्थान पंचायत शिक्षक स्कूल सहायक संघ ने प्रेरकों (शिक्षक सहायकों) को नियमित करने की मांग की है। सोमवार को पंचायत शिक्षक स्कूल सहायकों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। बजट घोषणा में नियमितीकरण शामिल था ज्ञापन मे बताया- बजट सत्र 2025-26 में डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने 2 साल की छूट की घोषणा के बाद नियमितीकरण करने की बात कही थी। लेकिन उसका विभागीय आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ है। शिक्षक सहायकों ने कहा- अनुभव में 2 साल की छूट का विभागीय आदेश जारी करवाया जाए ताकि शिक्षा विभाग में संविदा पर कार्यरत 23740 पंचायत शिक्षक विद्यालय सहायक जिनके अनुभव 31 मार्च 2025 को पूरा हो चुका है उनके नियमितीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके। सरकार के सभी जनकल्याकारी काम हम करते हैं पंचायत सहायक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष महावीर प्रसाद स्वर्णकार ने कहा- आज भीलवाड़ा जिले में हमने नियमितीकरण की मांग के लिए ज्ञापन दिया है। हम सन 2006 से विद्यार्थी मित्र में लगे हुए हैं, हम प्रेरक में लगे हुए हैं और सरकार के जितने भी जन कल्याण के काम हैं वो हमारे द्वारा किए जा रहे हैं। सरकार से हमारी मांग है अब तो हमें परमानेंट करना चाहिए। अभी हमारी शोषण भरी जिंदगी है, इस जिंदगी से हमें छुटकारा मिले क्योंकि इतने कम करने के पश्चात भी हमें परमानेंट नहीं किया जा रहा है। सरकार से यही मांग परमानेंट करे उन्होंने कहा- हमारी सरकार से यही मांग रही थी किसी न किसी तरह से हमें परमानेंट किया जाए। डिप्टी सीएम ने अपने बजट भाषण में कहा था कि आपको 2 वर्ष की छूट देकर परमानेंट करेंगे, इस बजट घोषणा को पूरी करते हुए हमें किसी ना किसी तरीके से परमानेंट किया जाए। इस दौरान बड़ी संख्या में राजस्थान पंचायत शिक्षक विद्यालय सहायक संघ से जुड़े शिक्षक मौजूद रहे और उन्होंने प्रदर्शन किया।
राजस्थान पंचायत शिक्षक स्कूल सहायक संघ ने प्रेरकों (शिक्षक सहायकों) को नियमित करने की मांग की है। सोमवार को पंचायत शिक्षक स्कूल सहायकों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
