रतनपुरा में पेयजल समस्या, ग्रामीणों का धरना जारी:जल जीवन मिशन की टंकी बनने के बाद भी नहीं मिला पानी
चूरू जिले के रतनपुरा और अमरपुरा गांवों में कड़ाके की सर्दी के बीच भी पेयजल संकट गहराया हुआ है। जल संकट के समाधान की मांग को लेकर रतनपुरा गांव में ग्रामीण पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे हैं। रतनपुरा गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत एक साल पहले पानी की टंकी का निर्माण हो चुका है, लेकिन अब तक गांव में पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। इसी कारण ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है। शनिवार को तारानगर से एक्सईएन राकेश जांगिड़, एईएन रितु और जेईएन धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे धरना जारी रखेंगे और जरूरत पड़ने पर भूख हड़ताल भी करेंगे। इसी बीच, अमरपुरा गांव से भी लगभग 60 ग्रामीण धरना स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया। अमरपुरा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में वैध कनेक्शन होने के बावजूद कुछ अवैध कनेक्शनों के कारण पानी नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। धरने पर युवा कांग्रेस नेता हर्ष लांबा, मांगेराम महला, माईराम धींधवाल, मनफूल सहारण, पूर्व सरपंच सुभाष मेघवाल, पूर्व सरपंच मोरसिंह धींधवाल, हनुमानसिंह मेघवाल, ईश्वर स्वामी, सरपंच प्रतिनिधि मुकेश शर्मा, मोहनलाल झाड़सर, विजयसिंह सहारण, रणजीतसिंह मेव, चैथमल, पवन कुलड़िया, लक्ष्मण ढूकिया, जोतराम डागर, रोहतान सिंहभाटी, प्रहलाद धानक, कुशालराम प्रजापत और महावीर सिंह लाखलान सहित कई ग्रामीण मौजूद थे। कड़ाके की ठंड के बावजूद ग्रामीण धरना स्थल पर डटे हुए हैं।
चूरू जिले के रतनपुरा और अमरपुरा गांवों में कड़ाके की सर्दी के बीच भी पेयजल संकट गहराया हुआ है। जल संकट के समाधान की मांग को लेकर रतनपुरा गांव में ग्रामीण पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे हैं।
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रतनपुरा गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत एक साल पहले पानी की टंकी का निर्माण हो चुका है, लेकिन अब तक गांव में पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। इसी कारण ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
शनिवार को तारानगर से एक्सईएन राकेश जांगिड़, एईएन रितु और जेईएन धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे धरना जारी रखेंगे और जरूरत पड़ने पर भूख हड़ताल भी करेंगे।
इसी बीच, अमरपुरा गांव से भी लगभग 60 ग्रामीण धरना स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया। अमरपुरा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में वैध कनेक्शन होने के बावजूद कुछ अवैध कनेक्शनों के कारण पानी नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।