हनुमानगढ़ में कोहरा गायब, गलन बढ़ी:सर्दी के तीखे हुए तेवर, किसानों को मावठ का इंतजार
हनुमानगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मंगलवार को घने कोहरे के बाद बुधवार सुबह तीखी ठंड महसूस की गई। धुंध गायब होने के बावजूद धूप नहीं निकलने से गलन का एहसास बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, हालांकि ठंड इससे अधिक महसूस हुई। धूप न निकलने के कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है। इससे पहले दिन का अधिकतम तापमान 23-24 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ था। अब नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के साथ होने की आशंका है। पाला पड़ने की आशंका मौसम में आए इस बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बिना कोहरे के ठंड बढ़ने पर पाला पड़ने की आशंका है, जिससे सरसों और गेहूं की फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को अब मावठ (सर्दियों की बारिश) की पहली बारिश का इंतजार है। हल्की बारिश होने पर पाले से फसलों का बचाव हो सकेगा। कृषि विशेषज्ञों ने भी फसलों को पाले से बचाने के लिए हल्की सिंचाई का सुझाव दिया है।
हनुमानगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मंगलवार को घने कोहरे के बाद बुधवार सुबह तीखी ठंड महसूस की गई। धुंध गायब होने के बावजूद धूप नहीं निकलने से गलन का एहसास बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास
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धूप न निकलने के कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है। इससे पहले दिन का अधिकतम तापमान 23-24 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ था। अब नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के साथ होने की आशंका है।
पाला पड़ने की आशंका मौसम में आए इस बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बिना कोहरे के ठंड बढ़ने पर पाला पड़ने की आशंका है, जिससे सरसों और गेहूं की फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को अब मावठ (सर्दियों की बारिश) की पहली बारिश का इंतजार है। हल्की बारिश होने पर पाले से फसलों का बचाव हो सकेगा। कृषि विशेषज्ञों ने भी फसलों को पाले से बचाने के लिए हल्की सिंचाई का सुझाव दिया है।