मांझूवास पीएचसी का निरीक्षण, तय मानकों पर खरी उतरी तो मिलेगा प्रमाण पत्र, अतिरिक्त बजट
श्रीगंगानगर। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (NQAS) की केंद्रीय टीम ने सोमवार को मांझूवास पीएचसी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने केंद्र पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, स्वच्छता और मरीजों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी जुटाई। स्टाफ को रिकॉर्ड व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला भी पहुंचे। सीएमएचओ डॉ. सिंगला ने बताया कि राष्ट्रीय टीम में डॉ. नवदीप गुप्ता एवं डॉ. निधि यादव शामिल हैं। टीम ने अस्पताल के विभिन्न अनुभागों का दौरा किया। उन्होंने लेबर रूम और ओपीडी आदि का निरीक्षण करते हुए प्रसव पूर्व जांच व सामान्य ओपीडी सेवाओं की गुणवत्ता देखी। वहीं दवाओं की उपलब्धता, लैब में होने वाले टेस्ट की शुद्धता, साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट, अस्पताल परिसर में संक्रमण नियंत्रण के उपाय, रिकॉर्ड संधारण, केंद्र द्वारा रखे जा रहे आधिकारिक दस्तावेजों और मरीजों के डेटा का प्रबंधन आदि की जानकारी ली। इस दौरान कार्यक्रम प्रभारी एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, पीएचसी प्रभारी एवं डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इतेंद्र उप्पल और सविंदर सिंह आदि मौजूद रहे। सीओआईईसी विनोद बिश्नोई ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) का उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। यदि कोई केंद्र इन कड़े मानकों पर खरा उतरता है, तो उसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित किया जाता है और बेहतर रखरखाव के लिए अतिरिक्त बजट भी मिलता है। जिले में अब तक 17 स्वास्थ्य केंद्र राष्ट्रीय एवं 25 को राज्य स्तर पर प्रमाण पत्र मिल चुका है।
श्रीगंगानगर। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (NQAS) की केंद्रीय टीम ने सोमवार को मांझूवास पीएचसी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने केंद्र पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, स्वच्छता और मरीजों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी जुटाई। स्टाफ को रिक
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सीएमएचओ डॉ. सिंगला ने बताया कि राष्ट्रीय टीम में डॉ. नवदीप गुप्ता एवं डॉ. निधि यादव शामिल हैं। टीम ने अस्पताल के विभिन्न अनुभागों का दौरा किया। उन्होंने लेबर रूम और ओपीडी आदि का निरीक्षण करते हुए प्रसव पूर्व जांच व सामान्य ओपीडी सेवाओं की गुणवत्ता देखी। वहीं दवाओं की उपलब्धता, लैब में होने वाले टेस्ट की शुद्धता, साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट, अस्पताल परिसर में संक्रमण नियंत्रण के उपाय, रिकॉर्ड संधारण, केंद्र द्वारा रखे जा रहे आधिकारिक दस्तावेजों और मरीजों के डेटा का प्रबंधन आदि की जानकारी ली। इस दौरान कार्यक्रम प्रभारी एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, पीएचसी प्रभारी एवं डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इतेंद्र उप्पल और सविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।