पूरा हिसाब कर दिया, फिर भी बकाया निकाल करता है परेशान
खोरा बीसल इलाके में सूदखोरों से परेशान एक बुजुर्ग व्यक्ति ने विषाक्त खा लिया, जिनकी इलाज के दौरान दो दिन बाद शुक्रवार को मौत हो गई। पुलिस को मृतक के कमरे में दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। उसके आधा पर परिजनों की तरफ से केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक भुवन प्रकाश शर्मा (65) खोरा बीसल इलाके में निवारू रोड स्थित गोविंद वाटिका में परिवार के साथ रहते थे। जानकारी के अनुसार भुवन प्रकाश रविवार रात को सोने के लिए कमरे गए थे। इस दौरान रात करीब 10 बजे उन्होंने विषाक्त खा लिया। कुछ देर बाद परिजनों को पता चला तो घरवालों ने एसएमएस में भर्ती करवा दिया, जहां पर इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के भाई नवल शर्मा ने बताया कि उनके भाई भुवन प्रकाश का पिछले 4-5 साल से गणेश नगर निवासी जितेन्द्र सिंह के साथ लेन-देन चल रहा था। कुछ समय पर पहले जितेन्द्र को हिसाब कर दिया, लेकिन जितेन्द्र फिर पैसे बकाया बताकर मांगने शुरू कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जितेन्द्र सिंह उनके भाई को बार-बार परेशान कर रहा था। मृतक के पास दो पेज का सुसाइड नोट मिला, जिसमें भी जितेन्द्र सिंह पर प्रताड़ित करने आरोप लगाया है। साथ ही मृतक ने जितेन्द्र के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इसी आधार पर मृतक के बेटे कपिल शर्मा ने खोरा बीसल थाने में रिपोर्ट दी है। सब इंस्पेक्टर अभिषेक स्वामी ने बताया कि मृतक के पास सुसाइड नोट मिला है, जिसके आधार पर मामले की जांच की जा रही है। सूदखोर से परेशान होकर की आत्महत्या, सूसाइड नोट में कहा...
खोरा बीसल इलाके में सूदखोरों से परेशान एक बुजुर्ग व्यक्ति ने विषाक्त खा लिया, जिनकी इलाज के दौरान दो दिन बाद शुक्रवार को मौत हो गई। पुलिस को मृतक के कमरे में दो पेज का सुसाइड नोट मिला है। उसके आधा पर परिजनों की तरफ से केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू
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जानकारी के अनुसार भुवन प्रकाश रविवार रात को सोने के लिए कमरे गए थे। इस दौरान रात करीब 10 बजे उन्होंने विषाक्त खा लिया। कुछ देर बाद परिजनों को पता चला तो घरवालों ने एसएमएस में भर्ती करवा दिया, जहां पर इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के भाई नवल शर्मा ने बताया कि उनके भाई भुवन प्रकाश का पिछले 4-5 साल से गणेश नगर निवासी जितेन्द्र सिंह के साथ लेन-देन चल रहा था। कुछ समय पर पहले जितेन्द्र को हिसाब कर दिया, लेकिन जितेन्द्र फिर पैसे बकाया बताकर मांगने शुरू कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जितेन्द्र सिंह उनके भाई को बार-बार परेशान कर रहा था।