टोंक में फिर बदला मौसम, सर्दी का असर कम:धूप में तेजी से तापमान में बढ़ोतरी, फसलों को होगा नुकसान
SOURCE:Dainik Bhaskar Tech
सोमवार को टोंक में हल्के बादल छाए रहे और दिन के समय धूप में तेजी देखने को मिली। इसके चलते लोगों को पिछले 2-3 दिनों की तुलना में सर्दी का एहसास कम हुआ। तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने से आमजन को ठंड से कुछ राहत मिली है। अधिकतम-न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी सर्दी का असर कम होने से अधिकतम तापमान में करीब एक डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी के आसार बने हैं। सोमवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है, जबकि न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री बढ़कर 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। इससे पहले अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। कोहरा और ओस कम, किसानों की चिंता बढ़ी इधर कोहरा नहीं छाने और ओस कम पड़ने से किसानों की चिंता धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। खासतौर पर गेहूं की फसल के लिए ओस की बूंदें जरूरी मानी जाती हैं। अभी अपेक्षाकृत उतनी सर्दी नहीं पड़ रही है, जितनी गेहूं की फसल के लिए आवश्यक होती है। गेहूं की पैदावार पर असर की आशंका किसानों का कहना है कि यदि ज्यादा सर्दी पड़ेगी, तो ओस की मात्रा भी फसलों को अधिक मिलेगी। लेकिन मौजूदा हालात में गेहूं की फसल के अनुरूप सर्दी नहीं पड़ने से पैदावार प्रभावित होने की आशंका है। यदि मौसम का यही रुख बना रहा, तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में भी नहीं पड़ी कड़ाके की सर्दी गौरतलब है कि दिसंबर माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है, जब आमतौर पर कड़ाके की सर्दी पड़ती है। हालांकि इस बार बीते वर्षों के मुकाबले अब तक वैसी सर्दी देखने को नहीं मिली है। इससे न तो लोग ठंड से बचाव के लिए घरों में दुबके नजर आ रहे हैं और न ही खुले में जाने से परहेज कर रहे हैं। दोपहर में बिना ऊनी कपड़ों के नजर आ रहे लोग वर्तमान में सुबह, शाम और रात के समय ही सर्दी का असर महसूस हो रहा है। दोपहर के समय लोग बिना ऊनी कपड़ों के बाहर नजर आ रहे हैं। मौसम का यह बदला हुआ मिजाज जहां आमजन को राहत दे रहा है, वहीं किसानों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।
जिले में कई स्थानों पर आज हल्के बादल छाए नजर आए। इससे सर्दी का अहसास भी आज थोड़ा कम हुआ।
सोमवार को टोंक में हल्के बादल छाए रहे और दिन के समय धूप में तेजी देखने को मिली। इसके चलते लोगों को पिछले 2-3 दिनों की तुलना में सर्दी का एहसास कम हुआ। तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने से आमजन को ठंड से कुछ राहत मिली है।
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अधिकतम-न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी
सर्दी का असर कम होने से अधिकतम तापमान में करीब एक डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी के आसार बने हैं। सोमवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है, जबकि न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री बढ़कर 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। इससे पहले अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
कोहरा और ओस कम, किसानों की चिंता बढ़ी
इधर कोहरा नहीं छाने और ओस कम पड़ने से किसानों की चिंता धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। खासतौर पर गेहूं की फसल के लिए ओस की बूंदें जरूरी मानी जाती हैं।
अभी अपेक्षाकृत उतनी सर्दी नहीं पड़ रही है, जितनी गेहूं की फसल के लिए आवश्यक होती है।
गेहूं की पैदावार पर असर की आशंका
किसानों का कहना है कि यदि ज्यादा सर्दी पड़ेगी, तो ओस की मात्रा भी फसलों को अधिक मिलेगी। लेकिन मौजूदा हालात में गेहूं की फसल के अनुरूप सर्दी नहीं पड़ने से पैदावार प्रभावित होने की आशंका है।
यदि मौसम का यही रुख बना रहा, तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
दिसंबर के आखिरी सप्ताह में भी नहीं पड़ी कड़ाके की सर्दी
गौरतलब है कि दिसंबर माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है, जब आमतौर पर कड़ाके की सर्दी पड़ती है। हालांकि इस बार बीते वर्षों के मुकाबले अब तक वैसी सर्दी देखने को नहीं मिली है।
इससे न तो लोग ठंड से बचाव के लिए घरों में दुबके नजर आ रहे हैं और न ही खुले में जाने से परहेज कर रहे हैं।
दोपहर में बिना ऊनी कपड़ों के नजर आ रहे लोग
वर्तमान में सुबह, शाम और रात के समय ही सर्दी का असर महसूस हो रहा है। दोपहर के समय लोग बिना ऊनी कपड़ों के बाहर नजर आ रहे हैं। मौसम का यह बदला हुआ मिजाज जहां आमजन को राहत दे रहा है, वहीं किसानों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।