स्वामी कुमारानंद सर्किल पर होर्डिंग हटाने की मांग:क्रांतिकारी शहीद स्मृति सभा ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
ब्यावर में क्रांतिकारी शहीद स्मृति सभा ने स्वामी कुमारानंद सर्किल पर लगी महापुरुषों की प्रतिमाओं के सामने लगे होर्डिंग और बैनर हटाने की मांग की है। सभा ने इस संबंध में जिला एवं उपखंड प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि स्वामी कुमारानंद का देश की आजादी के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपने जीवन के लगभग 32 साल जेल में बिताए और गंभीर यातनाएं सहीं। शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारी भी देश की आजादी से जुड़े परामर्श के लिए ब्यावर आकर स्वामी कुमारानंद से मार्गदर्शन लेते थे और उन्हें अपना आदर्श मानते थे। सभा ने आरोप लगाया है कि वर्तमान में विभिन्न संगठन अपने नेताओं की जयंती या अन्य कार्यक्रमों के प्रचार के लिए प्रतिमा के सामने बड़े-बड़े होर्डिंग और बैनर लगा रहे हैं। सभा का मानना है कि यह ऐसे महापुरुष का अपमान है और पूरी तरह अनुचित है। ज्ञापन में प्रशासन से मांग की गई है कि सर्किल पर वर्तमान में लगे सभी होर्डिंग तत्काल हटवाएं जाएं। इसके साथ ही, भविष्य में किसी भी संगठन द्वारा यहां होर्डिंग, बैनर या पोस्टर लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। सभा ने यह भी मांग की है कि प्रशासन द्वारा सर्किल पर एक स्पष्ट सूचना साइन बोर्ड भी लगवाया जाए, ताकि आगे किसी भी प्रकार की अवमानना न हो सके।
ब्यावर में क्रांतिकारी शहीद स्मृति सभा ने महापुरुषों की प्रतिमाओं के सामने लगे होर्डिंग और बैनर हटाने की मांग की।
ब्यावर में क्रांतिकारी शहीद स्मृति सभा ने स्वामी कुमारानंद सर्किल पर लगी महापुरुषों की प्रतिमाओं के सामने लगे होर्डिंग और बैनर हटाने की मांग की है। सभा ने इस संबंध में जिला एवं उपखंड प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा है।
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ज्ञापन में बताया गया कि स्वामी कुमारानंद का देश की आजादी के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपने जीवन के लगभग 32 साल जेल में बिताए और गंभीर यातनाएं सहीं। शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारी भी देश की आजादी से जुड़े परामर्श के लिए ब्यावर आकर स्वामी कुमारानंद से मार्गदर्शन लेते थे और उन्हें अपना आदर्श मानते थे।
सभा ने आरोप लगाया है कि वर्तमान में विभिन्न संगठन अपने नेताओं की जयंती या अन्य कार्यक्रमों के प्रचार के लिए प्रतिमा के सामने बड़े-बड़े होर्डिंग और बैनर लगा रहे हैं। सभा का मानना है कि यह ऐसे महापुरुष का अपमान है और पूरी तरह अनुचित है।
ज्ञापन में प्रशासन से मांग की गई है कि सर्किल पर वर्तमान में लगे सभी होर्डिंग तत्काल हटवाएं जाएं। इसके साथ ही, भविष्य में किसी भी संगठन द्वारा यहां होर्डिंग, बैनर या पोस्टर लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। सभा ने यह भी मांग की है कि प्रशासन द्वारा सर्किल पर एक स्पष्ट सूचना साइन बोर्ड भी लगवाया जाए, ताकि आगे किसी भी प्रकार की अवमानना न हो सके।