गोविंददेवजी और मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के लिए बदली ट्रैफिक व्यवस्था:नववर्ष पर शहर की प्रमुख सड़कों पर नो-पार्किंग, परकोटा क्षेत्र में बसों के प्रवेश पर रोक
नववर्ष के पहले दिन 1 जनवरी 2026 को जयपुर आराध्य श्री गोविंद देव जी मंदिर और प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते हैं। हर साल नए साल पर इन दोनों प्रमुख मंदिरों में सुबह से देर रात तक श्रद्धालु उमड़ते हैं। इस पर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है, ताकि दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे। ट्रैफिक पुलिस ने 1 जनवरी को पूरे दिन के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इस दौरान मंदिरों की ओर जाने वाले कई रास्तों पर वाहनों की आवाजाही पर विशेष व्यवस्था रहेगी। कुछ रास्तों पर पूरी तरह से ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा। पार्किंग के लिए अलग-अलग जगह तय की गई है। यह व्यवस्था सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक लागू रहेगी। नववर्ष उत्सव के दौरान चारदीवारी क्षेत्र में चलने वाली बस और मिनी बसों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और इनका संचालन समानांतर मार्गों से किया जाएगा। गोविंद देव जी मंदिर और जलेबी चौक के आसपास पार्किंग सीमित होने के कारण आमजन से अपील की गई है कि वे वाहन भूमिगत पार्किंग रामनिवास बाग में पार्क कर सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। कई मुख्य मार्गों पर पार्किंग रहेगी प्रतिबंधित बसों के संचालन में भी बदलाव टोंक रोड पर ट्रैफिक अधिक होने की स्थिति में गोपालपुरा की ओर से यादगार तिराहा आने वाली बस और मिनी बसें लक्ष्मी मंदिर से सहकार मार्ग होकर संचालित होंगी। जेएलएन मार्ग पर दर्शनार्थियों की भीड़ देखते हुए मानसरोवर, सांगानेर और जगतपुरा से परकोटे की ओर जाने वाले ड्राइवरों को टोंक रोड का उपयोग करने की सलाह दी है। मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर की ट्रैफिक व्यवस्था ट्रैफिक प्लान के तहत मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों के लिए अलग-अलग दिशाओं से आने वाले वाहनों की पार्किंग तय की गई है। काले हनुमान जी मंदिर के लिए भी विशेष व्यवस्था
नववर्ष के पहले दिन गुरुवार 1 जनवरी 2026 को जयपुर आराध्य श्री गोविंद देव जी मंदिर और प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों के पहुंचने की संभावना है। हर साल नए साल पर इन दोनों प्रमुख मंदिरों में सुबह से देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। इसी को देखते हुए शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है, ताकि दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।