झुंझुनूं में विभाग के खिलाफ धरने पर बैठे बिजली कर्मचारी:बोले- कार्मिक आए दिन हादसों का शिकार हो रहे, घटिया कार्यशैली से नुकसान हो रहा
अजमेर विद्युत श्रमिक संघ (भारतीय मजदूर संघ) के आह्वान पर बुधवार को बिजली विभाग के कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिले भर से आए कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता (SE) कार्यालय के समक्ष जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। 40 लाख के बकाया इंसेंटिव का भुगतान की मांग धरने को संबोधित करते हुए संघ के जिला महामंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, लेकिन उनके हक का पैसा उन्हें नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग 40 लाख रुपये का फीडर इंसेंटिव लंबे समय से बकाया है। बार-बार आग्रह के बावजूद निगम प्रशासन इस राशि का भुगतान नहीं कर रहा है, जिससे कर्मचारियों में गहरा रोष व्याप्त है। ठेका कार्यों में लापरवाही और सुरक्षा पर उठे सवाल कर्मचारियों ने FRT (फॉल्ट रेक्टिफिकेशन टीम) और जीएसएम (GSM) ठेका कार्यों को लेकर गंभीर आरोप लगाए। आरोप लगाया कि ठेका कार्य निगम की निर्धारित शर्तों और नियमों के अनुसार नहीं किए जा रहे हैं। नियमों की अनदेखी के कारण तकनीकी कर्मचारी आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। घटिया कार्यशैली और लापरवाही के कारण निगम को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। संसाधनों की कमी और जर्जर भवनों का मुद्दा धरने के दौरान कर्मचारियों ने कार्यस्थल पर आ रही व्यावहारिक समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया। तकनीकी कर्मचारियों की संख्या के अनुपात में नई और पर्याप्त बिलिंग मशीनें उपलब्ध कराई जाएं ताकि राजस्व कार्य प्रभावित न हो। जिले में बिजली विभाग के कई कार्यालय भवन जर्जर अवस्था में हैं, जो कभी भी किसी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं। इनकी तत्काल मरम्मत करवाई जाए। अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन, दी आंदोलन की चेतावनी धरना प्रदर्शन के अंत में संघ के पदाधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता को अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि इन मांगों के निराकरण से न केवल कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि विभाग की कार्यक्षमता में भी सुधार होगा।