प्रतापगढ़ में नाले पर अतिक्रमण पर कार्रवाई:प्रशासन ने जारी किए नोटिस, लाल रंग से किया चिन्हित
प्रतापगढ़ शहर के बीच से गुजरने वाले प्राकृतिक नाले पर वर्षों से हो रहे अतिक्रमण का विस्तृत विवरण अब राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है। तहसीलदार प्रतापगढ़ के निर्देश पर गठित राजस्व टीम ने नगर परिषद आयुक्त और एईएन टीम की उपस्थिति में गल्जी कुएं की पुलिया से देवगढ़ दरवाजे तक नाले की भूमि का सीमांकन किया। इस प्रक्रिया के बाद तैयार की गई मौका पर्चा रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी गई है। प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर दी है और संबंधित लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। राजस्व टीम ने शहर की परकोटे की दीवार को स्थायी संदर्भ बिंदु मानते हुए नाले की मूल सीमा निर्धारित की। जहां-जहां अतिक्रमण पाया गया, उन स्थानों को लाल रंग से चिह्नित किया गया। रिपोर्ट में यह सामने आया है कि नाले की भूमि पर केवल अस्थायी ही नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर स्थायी निर्माण भी कर लिए गए हैं। मौका पर्चा रिपोर्ट के अनुसार, खसरा संख्या 780 की नाला भूमि पर एक पक्का मकान, एक कच्चा मकान, एक गुमटी और मवेशियों का छपरा बना हुआ है। इसी तरह, खसरा संख्या 781 में नाले के उत्तरी हिस्से में लगभग 15 फीट चौड़ी इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि शेष भाग पर डामर सड़क गुजर रही है।
प्रतापगढ़ शहर के बीच से गुजरने वाले प्राकृतिक नाले पर वर्षों से हो रहे अतिक्रमण का विस्तृत विवरण अब राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है। तहसीलदार प्रतापगढ़ के निर्देश पर गठित राजस्व टीम ने नगर परिषद आयुक्त और एईएन टीम की उपस्थिति में गल्जी कुएं की
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राजस्व टीम ने शहर की परकोटे की दीवार को स्थायी संदर्भ बिंदु मानते हुए नाले की मूल सीमा निर्धारित की। जहां-जहां अतिक्रमण पाया गया, उन स्थानों को लाल रंग से चिह्नित किया गया। रिपोर्ट में यह सामने आया है कि नाले की भूमि पर केवल अस्थायी ही नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर स्थायी निर्माण भी कर लिए गए हैं।
मौका पर्चा रिपोर्ट के अनुसार, खसरा संख्या 780 की नाला भूमि पर एक पक्का मकान, एक कच्चा मकान, एक गुमटी और मवेशियों का छपरा बना हुआ है। इसी तरह, खसरा संख्या 781 में नाले के उत्तरी हिस्से में लगभग 15 फीट चौड़ी इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि शेष भाग पर डामर सड़क गुजर रही है।