रणथंभौर से सटे गांव में कब्र बिज्जू का आतंक:दो लोगों पर हमला, भैंसों को भी किया घायल, वन विभाग ने पिंजरा लगाकर पकड़ा
रणथंभौर टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में जंगली जानवरों के गांवों की तरफ आने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ताजा मामला रणथंभौर की फलोदी रेंज के दूमोदा गांव का है, जहां मंगलवार रात एक कब्र बिज्जू गांव में घुस आया। कब्र बिज्जू ने यहां पालतू जानवरों पर हमला करने के साथ-साथ दो ग्रामीणों को भी घायल कर दिया। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल बन गया। भैंसों पर हमला, बचाने आए ग्रामीणों को भी नहीं छोड़ा जानकारी के अनुसार मंगलवार रात करीब 9.30 बजे कब्र बिज्जू दूमोदा गांव में घुस आया। उसने गांव में बंधी कुछ भैंसों पर हमला कर दिया। जब मधुसूदन जांगिड़ (35) पुत्र मनोहर जांगिड़ भैंसों को बचाने पहुंचे, तो कब्र बिज्जू ने उन पर भी हमला कर दिया। मधुसूदन की चीख-पुकार सुनकर मांगीलाल जांगिड़ (84) पुत्र राधाकिशन जांगिड़ उन्हें बचाने आए, लेकिन कब्र बिज्जू ने उन पर भी हमला कर दिया। गांव में मचा हड़कंप, इधर-उधर भागता रहा जानवर घटना के बाद ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। शोर-शराबा होने पर कब्र बिज्जू मौके से भाग गया, लेकिन गांव की गलियों में इधर-उधर घूमता रहा। इससे ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया। कई लोग अपने घरों में ही दुबक गए। सूचना पर पहुंचा वन विभाग, पिंजरा लगाकर किया रेस्क्यू ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही टोडरा फॉरेस्टर सुमन गुर्जर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। वन विभाग की टीम ने इलाके में पिंजरा लगाया और करीब 11.15 बजे कब्र बिज्जू को सुरक्षित तरीके से पकड़ लिया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। घायलों को अस्पताल पहुंचाया, एक की छुट्टी, एक का इलाज जारी वन विभाग की टीम ने दोनों घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद मधुसूदन जांगिड़ को छुट्टी दे दी गई। वहीं बुजुर्ग मांगीलाल जांगिड़ का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। जंगली जानवरों की बढ़ती आवाजाही से ग्रामीण परेशान रणथंभौर टाइगर रिजर्व से सटे गांवों में जंगली जानवरों की बढ़ती आवाजाही से ग्रामीण लगातार परेशान हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस इंतजाम किए जाएं, ताकि जान-माल का नुकसान न हो। इनपुट- रामसिंह गुर्जर रवाजंना चौड़।