खैरथल-तिजारा में सबह 11 बजे के बाद भी घना कोहरा:विजिबिलिटी 50 मीटर तक, न्यूनतम तापमान 5 से 8 डिग्री दर्ज किया गया
खैरथल-तिजारा जिले में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। लगातार तीसरे दिन भी घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। बुधवार को सुबह 11 बजे के बाद कोहरा और गहरा हो गया, जिससे दृश्यता घटकर मात्र 50 मीटर रह गई। सुबह 11 बजे के बाद भी छाया कोहरा सुबह करीब 6 बजे कोहरा कुछ कम था, लेकिन इसके बाद पूरे जिले में कोहरे की चादर फैल गई। बीते तीन दिनों से जिले का मौसम इसी तरह बना हुआ है। दिन में भी कोहरे का असर बने रहने से धूप नहीं निकल पा रही है। देर शाम होते ही कोहरा छा जाता है, जो रातभर और अगले दिन तक बना रहता है। न्यूनतम तापमान 5 से 8 डिग्री दर्ज मौसम विभाग के अनुसार, जिले में न्यूनतम तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। कई क्षेत्रों में तापमान 7 से 8 डिग्री के आसपास रहा, जबकि कुछ स्थानों पर यह 5 डिग्री तक पहुंच गया। लगातार कोहरा छाए रहने से दिन के तापमान में भी 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में अधिकतम तापमान लगभग 18 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। दिन में भी कड़ाके की ठंड हल्की शीतलहर के चलते दिन में भी लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। कोहरे का असर ग्रामीण अंचलों में अधिक देखने को मिल रहा है। सुबह और रात के समय सड़कों पर दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को सावधानी बरतनी पड़ रही है। कई स्थानों पर वाहनों की गति धीमी रही, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। किसानों को चिंता भी और अच्छी उम्मीद किसानों में इस मौसम को लेकर चिंता और उम्मीद दोनों हैं। उनका कहना है कि लगातार कोहरा रहने से फसलों में कीट और रोग लगने का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, अभी दो-तीन दिनों से ही कोहरा अधिक है और दिन में कुछ देर मौसम साफ होने से थोड़ी राहत मिल रही है। किसानों का मानना है कि तेज सर्दी से फसलों की बढ़वार अच्छी होती है, लेकिन यदि धूप नहीं निकली तो नुकसान की आशंका बनी रहेगी। अब तक मावठ की बारिश नहीं होने से किसान आस लगाए बैठे हैं। किसानों के अनुसार मावठ की बारिश होने के बाद रबी फसलों की स्थिति और बेहतर हो जाती है।
खैरथल-तिजारा जिले में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। लगातार तीसरे दिन भी घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। बुधवार को सुबह 11 बजे के बाद कोहरा और गहरा हो गया, जिससे दृश्यता घटकर मात्र 50 मीटर रह गई।