चूरू में जाट समाज की 131 प्रतिभाओं का हुआ सम्मान:युवा पीढ़ी से कड़ी मेहनत कर आगे बढ़ने का आह्वान, कुरीतियों को दूर करने की बताई जरूरत
चूरू के वीर तेजा भवन में जाट विकास संस्थान की ओर से जाट प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में समाज की विभिन्न क्षेत्रों की 131 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि चूरू विधायक हरलाल सहारण थे, जबकि अध्यक्षता जाट विकास संस्था के अध्यक्ष सोहनलाल फगेड़िया ने की। विशिष्ट अतिथियों में पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा, निवर्तमान प्रधान दीपचन्द राहड़, निवर्तमान प्रधान संजय कस्वां, डॉ. बीके चौधरी, सोहनलाल रणवां, गढ़वाल और दलीप सिंह पूनियां शामिल थे। प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो भेंट देकर किया सम्मानित कार्यक्रम का आयोजन नरेन्द्र दूत और चन्दगी दूत की ओर से किया गया था। समारोह का शुभारंभ वीर तेजाजी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। जाट विकास संस्था के सचिव विजयपाल लाम्बा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। अतिथियों द्वारा समाज की 131 प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि विधायक सहारण ने युवा पीढ़ी से कड़ी मेहनत कर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करने पर सफलता अवश्य मिलती है। सोहनलाल रणवां ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया। समाज सेवियों ने किया आर्थिक सहयोग समारोह में समाजसेवियों द्वारा आर्थिक सहयोग भी किया गया। समाजसेवी सोहनलाल रणवां ने समाज में अच्छा कार्य करने वाले सुलोचन सिहाग, श्रीचंद इसराण, विमला देवी सहारण, शारदा फगेड़िया और राकेश देवी को पांच-पांच हजार रुपए की नकद राशि और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। डॉ. बीके चौधरी, संजय कस्वां, दीपचन्द राहड़, प्रो. दलीप पूनियां और रणजीत सातड़ा ने भी समारोह को संबोधित किया और अपने विचार व्यक्त किए। जाट विकास संस्था के अध्यक्ष सोहनलाल फगेड़िया ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विजयपाल धुवां, रामकुमार खीचड़, प्रदीप फगेड़िया, भंवरलाल कस्वां, हेमन्त सिहाग, राजपाल सिहाग, रघुवीर सहारण, हवासिंह सहारण, हेमराज फगेड़िया, अनिल सहारण, निखिल भगासरा, बेगराज मील, सांवरमल बुडानिया, हरफूल बेरवाल, अमीलाल घेतरवाल, जीताराम जांदू और राकेश थालौड सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रमेश पूनियां, राकेश कपूरिया और बेगराज कस्वां ने किया।