गोशाला में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कल्ला ने पौषमास की एकादशी पर की 14 क्विंटल महागोप्रसादी के साथ सेवा
सिटी रिपोर्टर | बीकानेर| श्रीगंगा जुबली पिंजरा प्रोल गोशाला में बालसंत छैल विहारी महाराज के सानिध्य और देवकिशन चांडक के संयोजन में विगत 38 माह से महागोप्रसादी सेवा अभियान में जारी है। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के मुख्य आतिथ्य में गोशाला में गीता श्लोक, भजन संकीर्तन एवं गो गीता गंगा प्रवचन माला माध्यम से सैकड़ों गोभक्तों ने पुष्प वर्षा कर गोमाता की महाआरती की। पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि गोशाला प्रांगण में हरि नाम संकीर्तन के साथ में गौ माता की सेवा करना एवं महाप्रसादी करना सौ अश्वमेध यज्ञ करने वाले फल के समान माना गया है। राजस्थान की एक मात्र गोशाला से करीब 7 देशों और भारत के अनेक शहरों और गांवों से लाखों गोभक्त अपने-अपने बालकों और परिवार के सदस्यों का जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ मनाने के साथ-साथ परिवार के दिवंगतों परिजनों की स्मृति में गो सेवार्थ महागोप्रसादी, आरती, गोदान संकल्प, तुलादान का पुण्य लाभ अर्जित करने के साथ ही नित्य 14 क्विंटल गुड मिश्रित लापसी की महागोप्रसादी भोग अर्पित कर रहे है। मनु महाराज ने बताया कि गो सेवा श्रृंखला के अन्तर्गत मंगलवार को पुत्रदा एकादशी पर मोहनलाल पिलानिया टीम द्वारा, श्याम सुंदर सोनी, पुष्पा देवी तोलाराम सोनी परिवार द्वारा जन्म दिवस पर, मुंबई से श्यामादेवी भवरलाल रंगा द्वारा एकादशी पर, कोलकाता से श्याम राठी, सोना देवी सुंदरलाल राठी द्वारा नंदी पूजन के साथ में गो प्रसादी सेवा रखी गई। पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के मुख्य आतिथ्य में सैकड़ों गोभक्तों ने भजन संकीर्तन माध्यम से गोमाता की पुष्प वर्षा द्वारा महागोआरती एवं गो प्रसादी सेवा जारी रही।
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श्रीगंगा जुबली पिंजरा प्रोल गोशाला में बालसंत छैल विहारी महाराज के सानिध्य और देवकिशन चांडक के संयोजन में विगत 38 माह से महागोप्रसादी सेवा अभियान में जारी है। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के मुख्य आतिथ्य में गोशाला में गीता श्लोक, भजन संकीर्तन एवं गो गीता गंगा प्रवचन माला माध्यम से सैकड़ों गोभक्तों ने पुष्प वर्षा कर गोमाता की महाआरती की।
पूर्व मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि गोशाला प्रांगण में हरि नाम संकीर्तन के साथ में गौ माता की सेवा करना एवं महाप्रसादी करना सौ अश्वमेध यज्ञ करने वाले फल के समान माना गया है। राजस्थान की एक मात्र गोशाला से करीब 7 देशों और भारत के अनेक शहरों और गांवों से लाखों गोभक्त अपने-अपने बालकों और परिवार के सदस्यों का जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ मनाने के साथ-साथ परिवार के दिवंगतों परिजनों की स्मृति में गो सेवार्थ महागोप्रसादी, आरती, गोदान संकल्प, तुलादान का पुण्य लाभ अर्जित करने के साथ ही नित्य 14 क्विंटल गुड मिश्रित लापसी की महागोप्रसादी भोग अर्पित कर रहे है।