औसत कीमतों में पिछले साल से करीब 15% का उछाल, समर्थन मूल्य पर बिक्री खरीद सुस्त
सिटी रिपोर्टर | बीकानेर बीकानेर अंचल के मूंगफली किसानों के लिए चालू कृषि वर्ष राहत और संतोष लेकर आया है। पिछले साल की तुलना में इस साल किसानों को मूंगफली की औसत कीमतें उल्लेखनीय रूप से ज्यादा मिली हैं। जहां वर्ष 2024-25 में मंडी में मूंगफली के औसत भाव 5200 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहे थे, वहीं वर्ष 2025-26 में यही भाव बढ़कर 6000 से 6300 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। आंकड़ों के लिहाज से यह बढ़ोतरी करीब 14 से 16 प्रतिशत तक की मानी जा रही है, जिसने किसानों की आमदनी को मजबूती दी है। अगर पिछले तीन वर्षों की स्थिति पर नजर डालें तो वर्ष 2023-24 में किसानों को मूंगफली के औसत भाव 6000 से 6200 रुपए प्रति क्विंटल तक मिले थे। इसके बाद 2024-25 में बाजार में गिरावट आई और औसत कीमतें घटकर 5200-5500 रुपए रह गईं। लेकिन वर्ष 2025-26 में बाजार ने फिर करवट ली और कीमतों में जोरदार सुधार देखने को मिला। यही वजह है कि इस साल मूंगफली उत्पादक किसान अपेक्षाकृत संतुष्ट नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि गुजरात और अन्य राज्यों में उत्पादन सामान्य रहता है, तो आने वाले सीजन में कीमतों में स्थिरता रह सकती है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मांग, निर्यात सौदे और मौसम की स्थिति भावों को प्रभावित करती रहेगी। फिलहाल बीकानेर के मूंगफली किसानों के लिए यह साल सकारात्मक संकेत लेकर आया है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी इससे संबल मिला है। कुल मिलाकर, मूंगफली की औसत कीमतों में करीब 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है और यह साबित कर दिया है कि मजबूत बाजार मांग किसानों के लिए समर्थन मूल्य जितनी ही अहम हो सकती है। बालेश कूकणा , पूर्व अध्यक्ष, बीकानेर मूंगफली दाना मिला एसोसिएशन किसानों की समर्थन मूल्य से दूरी क्यों इस साल किसानों की समर्थन मूल्य पर मूंगफली बेचने में बिजली के बिल जैसी शर्त के कारण खास रुचि नहीं दिखाई। किसानों का कहना है कि खुले बाजार में मिल रहे भाव समर्थन मूल्य के आसपास या उससे थोड़ा कम होने के बावजूद भुगतान की सरलता, तत्काल नकदी और बिना लिमिट बिक्री जैसे कारणों से मंडी का रुख ज्यादा फायदेमंद रहा। वर्तमान वर्ष 2025-26 में मूंगफली का समर्थन मूल्य 7263 रुपए प्रति क्विंटल तय है। इससे पहले 2024-25 में यह 6783 रुपए और 2023-24 में 6377 रुपए प्रति क्विंटल था। ^पिछले साल हमने मूंगफली 5400 रुपए में बेची थी, लेकिन इस बार 6200 रुपए प्रति क्विंटल तक भाव मिल गया। समर्थन मूल्य पर लिमिट और देरी रहती है, जबकि मंडी में तुरंत भुगतान हो जाता है। जिन किसानों के पास 40 क्विंटल से ज्यादा मूंगफली थी, उन्हें खुले बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा हुआ। -ओमप्रकाश जाट, किसान, लूणकरणसर गुजरात की कमी बनी बीकानेर की ताकत इस साल मूंगफली बाजार में सबसे बड़ा बदलाव गुजरात से आया। कारोबारियों के अनुसार गुजरात में इस बार मूंगफली की फसल बड़े स्तर पर खराब हो गई। वहां के एक्सपोर्टरों ने पहले से किए गए कई निर्यात सौदों के कैंसिल होने की आशंका के चलते अपने नुकसान को कम करने के लिए बीकानेर जिले को सबसे बड़ा खरीद केंद्र बना लिया। अनुमान है कि गुजराती कारोबारियों ने बीकानेर जिले से करीब डेढ़ करोड़ बोरी मूंगफली की खरीद अब तक कर ली है, जो पिछले एक दशक की सबसे बड़ी खरीद मानी जा रही है। इसी बड़े पैमाने की खरीद ने मंडी में भावों को मजबूती दी और किसानों को बेहतर दाम दिलाए। मांग-आपूर्ति ने तय किए भाव इस साल मूंगफली की कीमतों में सुधार का सबसे बड़ा कारण गुजरात में उत्पादन की कमी और निर्यात दबाव है। बीकानेर बेल्ट में अच्छी गुणवत्ता की मूंगफली उपलब्ध होने से व्यापारी यहां टूट पड़े। यही वजह है कि किसानों को औसतन 15 प्रतिशत तक ज्यादा भाव मिले। अगर अगले कुछ महीनों तक निर्यात मांग बनी रही, तो भाव स्थिर रह सकते हैं।