झालावाड़ में सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों संख्या 15% घटी:हाईवे और सड़क किनारे रात में वाहन खड़े करने पर रोक लगाने के निर्देश
मिनी सचिवालय सभागार में मंगलवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनुराग भार्गव की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के प्रयासों की समीक्षा की गई, जिसमें मृतकों की संख्या में 15 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। भार्गव ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को इन प्रयासों को नियमित रूप से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने झालावाड़ शहर के भीतर भारी वाहनों के प्रवेश के लिए नगर परिषद, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को समय सीमा निर्धारित करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, सिटी फोरलेन और सर्विस लेन पर रात के समय खड़े होने वाले भारी वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए गए। जिला परिवहन अधिकारी को निजी सवारी बसों के रुकने के लिए स्थान चिह्नित करने के निर्देश भी दिए गए। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने आबकारी विभाग के अधिकारी को शराब की दुकानों के बाहर अनावश्यक भीड़ जमा नहीं होने देने के लिए दुकानदारों को पाबंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने नगर परिषद अधिकारी को झालावाड़ शहर में बेसहारा पशुओं के सड़कों पर घूमने से रोकने और ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों पर अपने पशुओं को बाहर छोड़ने पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। चिकित्सा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर पीड़ित व्यक्ति को तुरंत प्राथमिक उपचार प्रदान किया जा सके। साथ ही, चिकित्सा संस्थानों पर सीपीआर विशेषज्ञों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। रोडवेज के अधिकारी को उनकी बसों के ड्राइवरों का नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच और आंखों की जांच करवाने के निर्देश दिए गए। विभिन्न सड़कों पर बनाए जा रहे स्पीड ब्रेकर के संबंध में, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने कहा कि जहां अनावश्यक रूप से स्पीड ब्रेकर बनाए गए हों, उनकी तकनीकी जांच की जाए और केवल आवश्यक स्थलों पर ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। इसके अतिरिक्त, जिले में चिह्नित ब्लैक स्पॉट के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी समीर जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में जिला एवं पुलिस प्रशासन तथा जिला सड़क सुरक्षा समिति सहित आई रेड एप्प की मॉनिटरिंग के संयुक्त प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत के आंकड़ों में भारी कमी आई है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में जहां मौत में 15 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं, गत तीन माह का आंकड़ा देखा जाए तो करीब 32 प्रतिशत मौत में कमी आई है।