17 साल बाद गुरुवार को नववर्ष की शुरुआत; ज्योतिषविदों के अनुसार ऊर्जा और उन्नति का वर्ष; अंकशास्त्रः नववर्ष 2026 नेतृत्व और नई शुरुआत का संकेत
अंग्रेजी नववर्ष-2026 का शुभारंभ एक जनवरी को गुरुवार से होगा। अंकशास्त्र के अनुसार वर्ष का कुल जोड़ 10 है यानी मूलांक एक होने से वर्ष के अधिपति सूर्यदेव रहेंगे। ज्योतिषविदों के मुताबिक सूर्य ऊर्जा के सबसे बड़े कारक है, जिससे आगामी वर्ष देश और समाज को नई ऊर्जा और उन्नति देने वाला रहेगा। हालांकि, मंगल और शनि के योगायोग के कारण प्राकृतिक आपदा और सड़क दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहेगी। ज्योतिषाचार्य पं. दिनेश मिश्रा ने बताया कि वर्ष देश के लिए प्रगतिदायक रहेगा। अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक अनुबंध मजबूत होंगे और देश की साख बढ़ेगी। गुरु जब मार्च में मिथुन राशि में सीधी चाल में आएंगे, तब उद्योग, व्यापार और शिक्षा को लाभ मिलेगा। पूर्वी और उत्तरी क्षेत्रों में कृषि और व्यवसाय के अवसर बढ़ेंगे। शनि और राहु के प्रभाव से शेयर बाजार में में बढ़ोतरी का दौर रहेगा। जबकि चांदी के भाव में गिरावट के आसार हैं। मंगल के प्रभाव से भूमि और भवन की खरीदारी बढ़ेगी। साल के पहले दिन बनेगा चतुर्ग्रही योग ज्योतिषाचार्य पं.रामवतार मिश्र के मुताबिक नववर्ष के पहले दिन धनु राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र का चतुर्ग्रही योग बनेगा। सूर्य-चंद्र के प्रभाव से देश का यश व सेना का शौर्य बढ़ेगा और खेलों में देश का नाम रोशन होगा। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य और मंगल अच्छी स्थिति में हैं, उन्हें विशेष लाभ मिलेगा। एक से नौ मूलांक वालों पर असर 1 कार्यक्षेत्र में उन्नति के साथ मान-सम्मान बढ़ेगा। 2 धार्मिक जनों से मिलन होगा, भाग्य उन्नति के योग बनेंगे। 3 सामाजिक मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी, यात्रा के योग बनेंगे। 4 कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी, धन खर्च बढ़ेगा। 5 स्वजनों के सहयोग से अधूरे कार्य पूरे होंगे। 6 गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें, जनहानि के योग। 7 भूमि-भवन से जुड़े अच्छे योग बनेंगे, लाभ होगा। 8 साझेदारों के साथ मनमुटाव से व्यापार की उन्नति में बाधा आएगी। 9 बुद्धि की चातुर्यता से नए कार्यों में सफलता मिलेगी, धनयोग के अच्छे योग रहेंगे। (पं. रामवतार मिश्र, सिद्धपीठ श्री फतेह बालाजी धाम)