180 की स्पीड से दौड़ी ट्रेन,ग्लास का पानी नहीं छलका:स्वदेशी तकनीक से बनी वंदे भारत का फाइनल ट्रायल, रेल मंत्री ने बताया न्यू जनरेशन ट्रेन
कोटा में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ी। लोको पायलट ने 4 ग्लास में पानी रखा, इतनी रफ्तार के दौरान भी ग्लास में से पानी नहीं छलका। पश्चिम-मध्य रेलवे के कोटा मंडल में स्वदेशी तकनीक से बनी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (वर्जन-2) का फाइनल हाई स्पीड ट्रायल मंगलवार को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। ट्रायल के दौरान 16 कोच की यह नई पीढ़ी की ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से कोटा-नागदा रेलवे ट्रैक पर दौड़ी। ट्रायल के दौरान स्पीड, सेफ्टी और राइड क्वालिटी की विस्तृत जांच की गई। अब ये रेक यात्रियों के सफर के लिए उपलब्ध हो सकेगी। देखिए, ट्रेन के ट्रायल की PHOTOS... रेल मंत्री ने बताया न्यू जनरेशन ट्रेन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X (ट्विटर) पर पोस्ट कर इसे 'न्यू जनरेशन ट्रेन' बताया और भारतीय रेल के लिए बड़ा कदम करार दिया। हाई स्पीड में कंपन और ब्रेक प्रणाली को जांचा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया- ट्रायल के लिए शाम करीब 4 बजे ट्रेन को कोटा से नागदा (225 किमी) के लिए रवाना किया गया। रामगंजमंडी के बाद ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ी। ट्रायल के दौरान ट्रेन की स्थिरता, दोलन, कंपन, आपातकालीन ब्रेक प्रणाली, संरक्षा प्रणाली और अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी पहलुओं का परीक्षण किया गया। उच्च गति के दौरान ट्रेन का प्रदर्शन संतोषजनक पाया गया। ट्रायल पूरी तरह सफल रहा। ट्रेन में ये हैं खास सुविधाएं 16 कोच की स्लीपर रेक यात्रियों की लंबी दूरी की यात्रा को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। ट्रेन में स्लीपर श्रेणी के लिए आरामदायक बर्थ व्यवस्था, एडवांस सस्पेंशन सिस्टम, ऑटोमैटिक गेट, आधुनिक टॉयलेट, आग और संरक्षा निगरानी प्रणाली, सीसीटीवी आधारित सुरक्षा, डिजिटल यात्री सूचना प्रणाली और ऊर्जा दक्ष प्रणालियां उपलब्ध कराई गई है। इससे यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव हो सकेगा। ......... ये खबर भी पढ़िए... वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 180 किमी की रफ्तार से दौड़ी:लखनऊ की टीम की निगरानी में कोटा में ट्रायल, 17 नवंबर तक रोज 500 किलोमीटर करेंगे टेस्टिंग कोटा रेल मंडल में वंदे भारत स्लीपर कोच ट्रेन का हाई स्पीड ट्रायल 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर शुरू हो गया है। यह ट्रायल 17 नवंबर तक चलेगा। पहले दिन रविवार को ट्रेन बिना वजन के 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाकर टेस्टिंग की गई। वहीं सोमवार को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलाई गई।(पूरी खबर पढ़ें)