चित्तौड़गढ़ में सट्टे की लत ने बनाया चोर:कर्ज हुआ तो सूने मकान में घुसकर साढ़े 19 लाख चुराए, 2 गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़ के मानपुरा गांव में 23 दिसंबर को दिनदहाड़े एक मकान में हुई बड़ी चोरी की वारदात का कोतवाली चित्तौड़गढ़ थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी ऑनलाइन ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टे की लत में कर्जदार हो गए थे, इसी कारण उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से चोरी किए गए गहनों और नकदी की बरामदगी की कोशिश कर रही है। अलमारी से 19 लाख 50 हजार चुराए जिला SP मनीष त्रिपाठी ने बताया कि मानपुरा गांव निवासी सत्यनारायण पुत्र कन्हैयालाल कुमावत 23 दिसंबर को अपनी पत्नी के साथ किसी जरूरी काम से चित्तौड़गढ़ गए हुए थे। दोपहर करीब 2 बजे जब वे वापस अपने घर लौटे तो देखा कि घर के मुख्य दरवाजे का ताला टूटा हुआ था और अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा था। घर की अलमारियों और संदूकों की तलाशी लेने पर पता चला कि अज्ञात बदमाश घर से करीब तीन तोला सोने के गहने, सवा किलो चांदी के गहने और 19 लाख 50 हजार रुपए नकद चोरी कर ले गए हैं। इस पर पीड़ित की रिपोर्ट पर कोतवाली चित्तौड़गढ़ थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस की विशेष टीम का किया गठन शहर के नजदीक दिनदहाड़े हुई इस बड़ी चोरी की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया। एएसपी चित्तौड़गढ़ सरिता सिंह के निर्देशन और डीएसपी चित्तौड़गढ़ बृजेश सिंह के सुपरविजन में एक विशेष टीम बनाई गई। थानाधिकारी तुलसीराम के नेतृत्व में एएसआई हिम्मत सिंह, देवीलाल, कांस्टेबल मनीष मौर्य और साइबर सेल की टीम ने लगातार कोशिश की। पुलिस ने तकनीकी जांच के साथ-साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस का भी सहारा लिया। सट्टा लगाने की लत ने बनाया चोर लगातार जांच के बाद पुलिस ने घटियावली, थाना शंभूपुरा क्षेत्र के रहने वाले दिनेश (24) पुत्र राधेश्याम कुमावत और 21 वर्षीय नितेश पुत्र हरिशंकर कुमावत को डिटेन किया। दोनों से गहन पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने चोरी की वारदात को स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि दिनेश को ऑनलाइन ट्रेडिंग और नितेश को ऑनलाइन सट्टा खेलने की लत थी। कर्ज बना चोरी की वजह पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि ऑनलाइन ट्रेडिंग और सट्टे में लगातार नुकसान होने के कारण दोनों आरोपियों पर काफी कर्ज हो गया था। आर्थिक तंगी से परेशान होकर उन्होंने जल्दी पैसे कमाने के लिए इस चोरी की योजना बनाई। पुलिस का कहना है कि दोनों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे पहले किसी अन्य वारदात में शामिल रहे हैं या नहीं। बरामदगी की कोशिश जारी, आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे फिलहाल पुलिस आरोपियों से चोरी किए गए गहनों और नकदी की बरामदगी के लिए लगातार कोशिश कर रही है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान चोरी का माल बरामद कर लिया जाएगा और मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।