पत्नी ने शादीशुदा प्रेमी के साथ मिलकर किया मर्डर:नाजायज रिश्ते में रुकावट बन रहा था पति, गला घोंटा, कपड़े उतार जंगल में फेंकी लाश, पार्ट-2
राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि वन विभाग की जमीन में दो दिन से लापता डूंगरदान चारण का सिर कुचला शव नग्न हालत में पड़ा मिलता है। उसकी हत्या कर शव को वहां फेंका गया था। मृतक की पत्नी रसाल कंवर ने पुलिस को बताया कि उसके पति डूंगरदान 12 जुलाई, 2019 को जालोर के सरकारी हॉस्पिटल में दवा लेने गए थे। वहां से घर लौटने के बाद वे लापता हो गए, जिसकी थाने में सूचना भी दर्ज करा दी थी। रसाल कंवर ने पुलिस को हॉस्पिटल की पर्ची भी दिखाई। पुलिस टीम ने हॉस्पिटल की पर्ची के आधार पर जांच की। पुलिस ने राजकीय हॉस्पिटल जालोर के 12 जुलाई, 2019 के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि डूंगरदान को काले रंग की बोलेरो (RJ14UB7612) में हॉस्पिटल तक आया था। डूंगरदान के साथ उसकी पत्नी रसाल कंवर के अलावा 2 व्यक्ति भी फुटेज में दिखे। रसाल ने उन्हें अपने और पति डूंगरदान की जान-पहचान वाले बताया था। इसके अलावा बाकी सब कुछ सामान्य था। पूछताछ और पड़ताल में भी कुछ संदिग्ध नजर नहीं आ रहा था। अब पढ़िए आगे की कहानी .... इस मामले की तफ्तीश के दौरान बार-बार पुलिस इन्वेस्टिगेशन हॉस्पिटल में डूंगरदान व उसकी पत्नी के साथ बोलेरो में आने वाले उन दो परिचितों पर आकर ठहर रही थी। उन दोनों की पहचान मोहन सिंह और मांगीलाल निवासी भीनमाल के रूप में हुई। पुलिस ने गोपनीय तरीके से गांव के कई लोगों व अपने मुखबिर तंत्र से पूछताछ की तो सामने आया कि डूंगरदान चारण (मृतक) की पत्नी रसाल कंवर से मोहन सिंह राव के अवैध संबंध थे। इस जानकारी के बाद पुलिस ने रसाल कंवर और मोहन सिंह को थाने बुला लिया और सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने पुलिस के सामने जो सच बयान किया, उसने सभी को हैरान करके रख दिया। डूंगरदान के हत्यारे उसकी पत्नी रसाल कंवर और मोहन सिंह ही थे। इस दौरान मांगीलाल भी उनके साथ ही था। रसाल कंवर और मोहन सिंह को पुलिस द्वारा उठाने की जानकारी मिलने के बाद मांगीलाल फरार हो गया था। केस का खुलासा होने पर पुलिस उच्चाधिकारी भी थाने पहुंच गए। उच्चाधिकारियों के सामने आरोपियों से पूछताछ में डूंगरदान हत्याकांड से परदा उठ गया। पुलिस ने 16 जुलाई, 2019 को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर ले लिया। रिमांड के दौरान उनसे विस्तार से पूछताछ की गई तो डूंगरदान की हत्या की जो कहानी सामने आई, इस तरह थी..... डूंगरदान चारण (मृतक) मूलरूप से राजस्थान के जालोर जिले के बागौड़ा थानान्तर्गत गांव कालेटी का निवासी था। उसके पास खेती की थोड़ी सी जमीन थी। वह उस जमीन पर खेती के अलावा दूसरी जगह मेहनत मजदूरी करता था। उस की शादी करीब एक दशक पहले जालोर की ही रसाल कंवर से हुई थी। डूंगरदान के पड़ोस में ही मोहन सिंह राव का आना-जाना था। मोहन सिंह राव पुराना भीनमाल के नरता रोड पर रहता था। वह अपराधी प्रवृत्ति का दिल फेंक मिजाज व्यक्ति था। उसकी नजर डूंगरदान की पत्नी रसाल कंवर पर पड़ी तो वह उसका दीवाना हो गया। मोहन सिंह ने इसके लिए ही डूंगरदान से दोस्ती की थी। डूंगरदान मजदूरी करने चला जाता और उसके बच्चे स्कूल तो घर में रसाल कंवर अकेली रह जाती। ऐसे मौके पर मोहन सिंह उसके यहां आने लगा। धीरे-धीरे रसाल और मोहन के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। थोड़े दिनों के बाद दोनों के बीच अवैध संबंध कायम हो गए। दोनों को डूंगरदान अपने रास्ते का कांटा लगने लगा। दोनों ने डूंगरदान को रास्ते से हटाने का मन बना लिया। इधर, डूंगरदान को भी दोनों पर शक हो गया था। उसने अपनी पत्नी से पूछा, लेकिन वह अपने और मोहन सिंह के रिश्ते से साफ मुकर गई। पत्नी की यह बात सुन कर डूंगरदान को लगा कि शायद रसाल सच कह रही है। कोई जानबूझ कर उन की गृहस्थी तोड़ना चाहता है। डूंगरदान के मन में पत्नी रसाल को लेकर शक पैदा हो गया था। ऐसे में वह वक्त बेवक्त घर आने लगा। एक रोज डूंगरदान मजदूरी पर गया और 2 घंटे बाद लौट आया। घर का दरवाजा बंद था। खटखटाने पर थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी ने दरवाजा खोला। पति को अचानक सामने देखकर उसके चेहरे का रंग उड़ गया। डूंगरदान की नजर कमरे में अंदर बैठे मोहन सिंह पर पड़ी तो वह आग बबूला हो गया। उसने मोहन सिंह पर गालियों की बौछार कर दी। मोहन सिंह वहां से चला गया। इसके बाद डूंगरदान ने पत्नी की लात-घूंसों से पिटाई की। डूंगरदान सोचता था कि गलत रास्ते से पत्नी को वापस कैसे लाया जाए। वह इसी चिंता में रहने लगा। उसका किसी भी काम में मन नहीं लग रहा था। बात-बात पर उसका पत्नी से झगड़ा हो जाता था। आखिर, रसाल कंवर भी डूंगरदान से तंग आ गई। उसने और मोहन सिंह ने तय कर लिया कि डूंगरदान को जितनी जल्दी हो सके, रास्ते से हटा दिया जाए। मोहन सिंह ने मर्डर प्लान में अपने दोस्त मांगीलाल को भी शामिल कर लिया। मांगीलाल भीनमाल में ही रहता था। साजिश के तहत रसाल और मोहन सिंह 12 जुलाई, 2019 को डूंगरदान को ट्रीटमेंट के बहाने बोलेरो में जालोर के राजकीय हॉस्पिटल ले गए। मांगीलाल भी साथ था। वहां डूंगरदान के नाम की परची ली। डाॅक्टर से चेकअप करवाया और वापस भीनमाल रवाना हो गए। रास्ते में मौका देख कर रसाल कंवर और मोहन सिंह ने डूंगरदान को मारपीट कर अधमरा कर दिया। फिर उसका गला दबाकर उसे मार डाला। इसके बाद डूंगरदान के शव को ठिकाने लगाने के लिए बोलेरो में डाल कर सुनसान कच्चे रास्ते पर ले गए। उसके कपड़े उतारकर शव वन विभाग की खाली पड़ी जमीन पर डाल कर रेत से दबा दिया। उसके बाद वे भीनमाल लौट गए। भीनमाल में रसाल कंवर ने आसपास के लोगों से कह दिया कि उस का पति जालोर अस्पताल चेकअप कराने गया था, मगर अब उस का कोई पता नहीं चल रहा। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी मोहन सिंह आपराधिक प्रवृत्ति का था। उसने अपने साले की बीवी की भी हत्या की थी। इन दिनों वह जमानत पर था। मोहन सिंह शादीशुदा था, मगर बीवी मायके में ही रहती थी। मांगीलाल उसका मित्र था। इस वारदात के बाद मांगीलाल फरार हो गया था। पड़ताल में ये भी सामने आया कि डूंगरदान 8 जुलाई से बीमार था और उसकी पत्नी रसाल कंवर ने इसी का फायदा उठाकर उसे ठिकाने लगाने की पूरी साजिश रची थी। रसाल कंवर और मोहन सिंह ने डूंगरदान काे पहले घर में ही मारकर उसे एक कमरे में दफन करने की याेजना बनाई थी। इसके लिए दोनों ने डूंगरदान के घर के पीछे वाले कमरे में 5X2 का गड्ढ़ा भी खोद दिया था। एन वक्त पर उसकी 15 साल की बड़ी बेटी घर आ गई, जिससे उनकी यह साजिश घर में सफल नहीं हाे पाई। रिमांड अवधि समाप्त होने पर पुलिस ने 19 जुलाई, 2019 को दोनों आरोपियों रसाल कंवर और मोहन सिंह को फिर से कोर्ट में पेश कर दोबारा 2 दिन के रिमांड पर लिया और उन से पूछताछ कर कई सबूत जुटाए। उनकी निशानदेही पर मृतक के कपड़े, वारदात में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी बरामद की गई। डूंगरदान के कपडे़ व चप्पलें रामसीन रोड बीएड कालेज के पास रेल पटरी के पास से बरामद कर ली गईं। पूछताछ पूरी होने पर दोनों आरोपियों को 21 जुलाई, 2019 को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। इस मामले में भीनमाल कोर्ट में रसाल कंवर के वकील एडवोकेट ललित भंडारी ने बताया कि बाद में पुलिस ने मांगीलाल माली को इस मामले में सरकारी गवाह बना लिया। फिलहाल रसाल कंवर और मोहन सिंह दोनों ही जमानत पर बाहर हैं। युवक की हत्या कर शव जंगल में फेंका; चेहरा कुचला, अस्पताल में दवा लेने गया था, वहीं से लापता हुआ, पार्ट-1