चित्तौड़गढ़ के खिलाड़ियों का नेशनल कराटे चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन:2 गोल्ड सहित 8 पदक जीते, 11 साल के एकांश बने नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट
23वीं ऑल इंडिया इंटर स्कूल एवं सीनियर कराटे चैंपियनशिप फेडरेशन कप का आयोजन झारखंड की राजधानी रांची में किया गया। राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में देशभर से करीब 800 खिलाड़ियों ने भाग लिया। कड़े मुकाबलों के बीच राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर रहे चित्तौड़गढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 8 पदक अपने नाम किए, जिनमें 2 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज - हर वर्ग में दिखाया दम प्रतियोगिता के अलग-अलग आयु वर्गों में चित्तौड़गढ़ के खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।गोल्ड मेडल जीतने वालों में एकांश अगनानी और देवांश अमरवाल शामिल रहे।केडेट वर्ग में विनीत और फैजान ने सिल्वर मेडल जीतकर टीम का मान बढ़ाया।वहीं जूनियर वर्ग में किरण, फरिहा, दीपक और पीयूष ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए। 11 साल के एकांश बने सबसे कम उम्र के गोल्ड मेडल विजेता प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा चर्चा 11 वर्षीय एकांश अगनानी की रही। उन्होंने कुमिते स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर खुद को साबित किया। एकांश इस प्रतियोगिता के सबसे कम उम्र के गोल्ड मेडल विजेता रहे।उनके कोच मोहित वैष्णव के अनुसार, एकांश कम उम्र से ही कराटे में निरंतर अभ्यास कर रहे हैं और इससे पहले भी कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विजेता रह चुके हैं। देवांश अमरवाल ने भी बढ़ाया जिले का गौरव 13 वर्षीय देवांश अमरवाल ने भी गोल्ड मेडल जीतकर चित्तौड़गढ़ का नाम रोशन किया। इसके अलावा केडेट और जूनियर वर्ग के अन्य खिलाड़ियों ने भी कठिन मुकाबलों में धैर्य और तकनीक का शानदार प्रदर्शन किया। कोच मोहित वैष्णव का कहना है कि सीमित संसाधनों के बावजूद खिलाड़ियों की यह सफलता जिले के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बनेगी। इंटरनेशनल प्रतियोगिता के लिए चयन, खिलाड़ियों में उत्साह राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद एकांश अगनानी और देवांश अमरवाल का चयन आगामी जुलाई माह में कोलकाता में होने वाली इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप के लिए किया गया है।कोच ने बताया कि एकांश पांच साल की उम्र से कराटे का प्रशिक्षण ले रहे हैं और अब तक चार नेशनल चैंपियनशिप खेल चुके हैं। पहले भी उनका चयन इंटरनेशनल प्रतियोगिता के लिए हुआ था, लेकिन ईरान में आयोजन होने के कारण भारतीय टीम हिस्सा नहीं ले सकी थी। अब दोबारा चयन से खिलाड़ियों और उनके परिवारों में खासा उत्साह है।