महलों की नक्काशी के रथ पर निकलेगी कृष्ण-बलराम की शोभायात्रा:2 जनवरी को ब्रजनिधि मंदिर से परकोटा क्षेत्र के प्रमुख बाजारों से गुजरेंगे भगवान
जयपुर में नए साल के मौके पर 2 जनवरी को कृष्ण-बलराम की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा सिटी पैलेस के पास स्थित ब्रजनिधि मंदिर से दोपहर 3:15 बजे शुरू होगी। कृष्ण-बलराम रथ पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजारों से गुजरेंगे। आयोजन गुप्त वृंदावन धाम की ओर से किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। गुप्त वृंदावन धाम के अध्यक्ष अमितासना दास ने बताया- कृष्ण-बलराम की शोभायात्रा का विशेष धार्मिक महत्व है। उन्होंने शास्त्रों का उल्लेख करते हुए बताया कि ‘रथे च वामनं दृष्ट्वा पुनर्जन्म न विद्यते’, यानी जो व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण को उनके रथ पर दर्शन करता है, उसे इस भौतिक जगत में पुनर्जन्म नहीं मिलता। इन रास्तों से होकर गुजरेगी शोभायात्रा शोभायात्रा ब्रजनिधि मंदिर से शुरू होकर चौड़ा रास्ता, बापू बाजार, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार और छोटी चौपड़ होते हुए वापस ब्रजनिधि मंदिर पहुंचेगी। यहां महाआरती का आयोजन किया जाएगा। भक्त भगवान को पुष्प, फल और श्रीफल अर्पित करेंगे। वहीं कई श्रद्धालु रथ खींचते हुए शोभायात्रा में शामिल होंगे। शोभायात्रा के लिए भगवान के रथ को विशेष रूप से सजाया गया है। रथ पर जयपुर के महलों की तर्ज पर सुनहरी नक्काशी की गई है, जिसे स्थानीय कारीगरों ने तैयार किया है। रथ को सजाने के लिए दिल्ली से विशेष फूल मंगवाए गए हैं।
जयपुर में नए साल के मौके पर 2 जनवरी को कृष्ण-बलराम की शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा सिटी पैलेस के पास स्थित ब्रजनिधि मंदिर से दोपहर 3.15 बजे शुरू होगी। कृष्ण-बलराम रथ पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजारों से गुजरेंगे। आयोजन गुप्त वृन्दावन धाम की ओर से किया जा रहा है और इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
गुप्त वृन्दावन धाम के अध्यक्ष अमितासना दास ने बताया कि कृष्ण-बलराम की शोभायात्रा का विशेष धार्मिक महत्व है। उन्होंने शास्त्रों का उल्लेख करते हुए बताया कि ‘रथे च वामनं दृष्ट्वा पुनर्जन्म न विद्यते’, यानी जो व्यक्ति भगवान श्री कृष्ण को उनके रथ पर दर्शन करता है, उसे इस भौतिक जगत में पुनर्जन्म नहीं मिलता। इन रास्तों से होकर गुजरेगी शोभायात्रा शोभायात्रा ब्रजनिधि मंदिर से शुरू होकर चौड़ा रास्ता, बापू बाजार, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार और छोटी चौपड़ होते हुए वापस ब्रजनिधि मंदिर पहुंचेगी। यहां महाआरती का आयोजन किया जाएगा। भक्त भगवान को पुष्प, फल और श्रीफल अर्पित करेंगे, वहीं कई श्रद्धालु रथ खींचते हुए शोभायात्रा में शामिल होंगे। शोभायात्रा के लिए भगवान के रथ को विशेष रूप से सजाया गया है। रथ पर जयपुर के महलों की तर्ज पर सुनहरी नक्काशी की गई है, जिसे स्थानीय कारीगरों ने तैयार किया है। रथ को सजाने के लिए दिल्ली से विशेष फूल मंगवाए गए हैं।