प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई:दो दिन में आए 208 परिवाद; 58 प्रकरण आए, फिर भी नहीं हो सका सभी का समाधान
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में हो रही कार्यकर्ता सुनवाई में परिवादों की संख्या बढ़ने के बजाए बढ़ रही है। सुनवाई के दौरान मंगलवार को मात्र 58 प्रकरण आए। लेकिन उनमें से कुछ का समाधान नहीं हो पाया। जिनके निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जबकि सोमवार को हुई सुनवाई में 150 परिवाद आए थे। प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को राजस्व मंत्री हेमंत मीणा व खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने कार्यकर्ता सुनवाई की थी। संगठन की ओर से महामंत्री मिथिलेश गौतम व प्रदेश मंत्री अपूर्वा सिंह मौजूद रहे। राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने कहा कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का हर कार्य हो इस भावना के साथ मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ के नेतृत्व में कार्यकर्ता सुनवाई की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन जनभावनाओं के अनुरूप कार्य करते हुए कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। संगठन और सत्ता के समन्वय से कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है, जो भाजपा के सशक्त संगठनात्मक ढांचे को दर्शाता है। वहीं खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि जब मंत्री संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई करते हैं, तो इसका सकारात्मक संदेश आमजन तक जाता है और जनहित के कार्य भी प्रभावी ढंग से संपन्न होते हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक साल से बंद थी सुनवाई भाजपा प्रदेश कार्यालय में केवल कार्यकर्ताओं की सुनवाई की जा रही है। जबकि डेढ़ साल पहले (जून 2024) में भी भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई शुरू की गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही जनसुनवाई बंद हो गई थी। इससे मंत्रियों व पदाधिकारियों को लेकर जनता के बीच गलत मैसेज गया था। संगठन का दावा है कि भाजपा में यह परंपरा रही है कि सरकार की वर्षगांठ, संगठनात्मक अभियान या बड़े आयोजनों में कार्यकर्ता सुनवाई को अस्थायी रूप से स्थगित कर जनप्रतिनिधियों को फील्ड में सक्रिय किया जाता है।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में हो रही कार्यकर्ता सुनवाई में परिवादों की संख्या बढ़ने के बजाए बढ़ रही है। सुनवाई के दौरान मंगलवार को मात्र 58 प्रकरण आए। लेकिन उनमें से कुछ का समाधान नहीं हो पाया। जिनके निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जबकि सोमवार को हुई सुनवाई में 150 परिवाद आए थे। प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को राजस्व मंत्री हेमंत मीणा व खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने कार्यकर्ता सुनवाई की थी। संगठन की ओर से महामंत्री मिथिलेश गौतम व प्रदेश मंत्री अपूर्वा सिंह मौजूद रहे। राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने कहा कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का हर कार्य हो इस भावना के साथ मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ के नेतृत्व में कार्यकर्ता सुनवाई की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन जनभावनाओं के अनुरूप कार्य करते हुए कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। संगठन और सत्ता के समन्वय से कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है, जो भाजपा के सशक्त संगठनात्मक ढांचे को दर्शाता है। वहीं खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि जब मंत्री संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई करते हैं, तो इसका सकारात्मक संदेश आमजन तक जाता है और जनहित के कार्य भी प्रभावी ढंग से संपन्न होते हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय में एक साल से बंद थी सुनवाई भाजपा प्रदेश कार्यालय में केवल कार्यकर्ताओं की सुनवाई की जा रही है। जबकि डेढ़ साल पहले (जून 2024) में भी भाजपा कार्यालय में जनसुनवाई शुरू की गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही जनसुनवाई बंद हो गई थी। इससे मंत्रियों व पदाधिकारियों को लेकर जनता के बीच गलत मैसेज गया था। संगठन का दावा है कि भाजपा में यह परंपरा रही है कि सरकार की वर्षगांठ, संगठनात्मक अभियान या बड़े आयोजनों में कार्यकर्ता सुनवाई को अस्थायी रूप से स्थगित कर जनप्रतिनिधियों को फील्ड में सक्रिय किया जाता है। प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई } दो दिन में आए 208 परिवाद