सलूंबर में 21 हजार से अधिक पेंशनर्स का सत्यापन बाकी:समय पर नहीं होने पर पेंशन बंद होने की चेतावनी, कुल 74 हजार 896 का सत्यापन पूरा
सलूंबर जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत पंजीकृत 96,395 पेंशनर्स में से 21,499 का भौतिक सत्यापन अभी तक लंबित है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि निर्धारित समय में सत्यापन नहीं होने पर इन पेंशनर्स की पेंशन स्वतः बंद हो जाएगी। जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी सुभाष चंद्र मणि ने बताया कि अब तक 74,896 पेंशनर्स का सत्यापन पूरा हो चुका है, जो कुल संख्या का 78 प्रतिशत है। उन्होंने निदेशालय से प्राप्त निर्देशों का हवाला देते हुए पेंशन सत्यापन को शीघ्र कराने की अनिवार्यता पर जोर दिया। जिले में तीन प्रमुख पेंशन योजनाएं संचालित हैं। भौतिक सत्यापन में सर्वाधिक लंबित मामले पंचायत समिति सलूंबर में 5,321, जयसमंद में 3,635, सेमारी में 3,172, सराड़ा में 3,106, लसाडिय़ा में 2,801 और झल्लारा में 2,737 हैं। नगर परिषद सलूंबर में 368 पेंशनर्स का सत्यापन बाकी है। प्रशासन ने संबंधित पंचायत समितियों को सत्यापन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। पालनहार योजना के तहत जिले में 2,913 पालनहारों के माध्यम से 4,753 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना में अब तक 86 प्रतिशत नवीनीकरण पूरा हो चुका है, लेकिन 682 बच्चों का पालनहार नवीनीकरण अभी भी शेष है। पालनहार नवीनीकरण में सर्वाधिक लंबित मामले सलूंबर में 303, सेमारी में 156, लसाड़िया में 94, झल्लारा में 52, सराड़ा में 45 और जयसमंद में 32 हैं। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष में 188 लाभार्थियों को लगभग 40 लाख रुपए की सहायता राशि वितरित की गई है। यह योजना बीपीएल, विधवा, अंत्योदय और दिव्यांग परिवारों की अधिकतम दो पुत्रियों के विवाह पर आर्थिक सहायता प्रदान करती है। योजना का फायदा लेने के लिए विवाह पंजीयन के साथ एक वर्ष के भीतर आवेदन करना अनिवार्य है।
सलूंबर जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत पंजीकृत 96,395 पेंशनर्स में से 21,499 का भौतिक सत्यापन अभी तक लंबित है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि निर्धारित समय में सत्यापन नहीं होने पर इन पेंशनर्स की पेंशन स्वतः बंद हो जाएगी।