जालोर में गुजरात से पैदल आए 230 श्रद्धालुओं का स्वागत:6 दिन के बाद ब्राह्मणी माता मंदिर पहुंचे, 108 दीपकों से की महाआरती
जालोर के सिरे मंदिर रोड स्थित ब्राह्मणी माता मंदिर में दर्शन के लिए गुजरात से छह दिन की पैदल यात्रा कर पहुंचे 230 श्रद्धालुओं का जालोर में माली समाज के लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। श्रद्धालुओं के आगमन पर भजन संध्या और महाआरती भी की गई। सुरेश सोलंकी ने बताया कि जालोर के सिरे मंदिर रोड स्थित ब्राह्मणी माता मंदिर में दर्शन के लिए गुजरात के दिशा से करीब 230 श्रद्धालु 22 दिसंबर की सुबह पैदल रवाना हुए थे। श्रद्धालु नाचते-गाते छह दिन की पदयात्रा पूरी कर 27 दिसंबर को जालोर पहुंचे। माली समाज ने जगह-जगह किया स्वागत श्रद्धालुओं के जालोर पहुंचने पर जैसलमरिया सोलंकी गौत्र और माली समाज के लोगों ने शहर में जगह-जगह फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। इस दौरान माली समाज के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। शनिवार को इसके अलावा 200 से अधिक श्रद्धालु रेल से यात्रा कर जालोर पहुंचे। रात में ब्राह्मणी माता मंदिर में भजन संध्या श्रद्धालुओं के आगमन के बाद रात में ब्राह्मणी माता मंदिर में भजन संध्या रखी गई। इसमें जोधपुर से आए भजन गायक सीता माली और दिशा से अर्जन माली एंड पार्टी ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी। देर रात तक श्रद्धालु माताजी के भजनों पर नाचते हुए नजर आए। सुबह 108 दीपकों से महाआरती, फिर प्रसादी रविवार सुबह ब्राह्मणी माता मंदिर में 108 दीपकों से महाआरती की गई। इसके बाद सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी का आयोजन किया गया। गुजरात और जालोर के कई श्रद्धालु रहे मौजूद गुजरात से संघ में पहुंचे शिवाभाई, सुरेश भाई, गणपत भाई, प्रेस भाई, पहलाद भाई और दलपत भाई सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। जालोर में स्वागत कार्यक्रम के दौरान कुयाराम माली, समेलाराम माली, जोगाराम माली, पुनमाराम माली, विक्रम सोलंकी, तुलसाराम सोलंकी और रमेश सोलंकी सहित बड़ी संख्या में माली समाज के लोग उपस्थित रहे।
जालोर के सिरे मंदिर रोड स्थित ब्राह्मणी माता मंदिर में दर्शन के लिए गुजरात से छह दिन की पैदल यात्रा कर पहुंचे 230 श्रद्धालुओं का जालोर में माली समाज के लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। श्रद्धालुओं के आगमन पर भजन संध्या और महाआरती भी की गई।

