बारां में अस्पतालों में बढ़ाई जाएगी फ्री जांचों की संख्या:24 घंटे मिलेगी सुविधा, हब एंड स्पोक मॉडल होगा लागू
बारां में अब सरकारी अस्पतालों में अब निशुल्क जांचों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मरीजों को 24 घंटे जांच सुविधा मिलेगी। इसके लिए 'हब एंड स्पोक' मॉडल लागू किया जा रहा है। इस मॉडल के तहत मदर लैब, हब लैब और स्पोक्स की स्थापना की जा रही है। इससे जिला चिकित्सालयों, उप जिला चिकित्सालयों, सैटेलाइट चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांचों का दायरा बढ़ेगा। निजी फर्म को टेंडर दिया शहीद राजमल मीणा राजकीय जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. नरेंद्र कुमार मेघवाल ने बताया कि जिला चिकित्सालयों में 145, उप जिला व सैटेलाइट चिकित्सालयों में 117, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 101 और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व डिस्पेंसरियों में 66 तरह की जांचें निशुल्क उपलब्ध होंगी। इस योजना के लिए प्रदेश स्तर पर एक निजी फर्म को टेंडर दिया गया है। जल्द ही यह नई जांच व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। मरीजों को जांच रिपोर्ट ऑनलाइन भी मिल सकेगी। रिपोर्ट लेने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा निशुल्क निरोगी राजस्थान (जांच) योजना का लाभ लेने के लिए मरीजों को अपना आधार, जन आधार या आभा आईडी साथ लाना होगा। जिला अस्पताल में लैब संचालन के लिए एमसीएच भवन की तीसरी मंजिल पर जगह आवंटित की गई है। यहां मरीजों को 24 घंटे जांच सुविधा मिलेगी और हर 4 घंटे में जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा सकेगी। इससे रिपोर्ट लेने के लिए लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होगी।
बारां में अब सरकारी अस्पतालों में अब निशुल्क जांचों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मरीजों को 24 घंटे जांच सुविधा मिलेगी। इसके लिए 'हब एंड स्पोक' मॉडल लागू किया जा रहा है।
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इस मॉडल के तहत मदर लैब, हब लैब और स्पोक्स की स्थापना की जा रही है। इससे जिला चिकित्सालयों, उप जिला चिकित्सालयों, सैटेलाइट चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांचों का दायरा बढ़ेगा।
निजी फर्म को टेंडर दिया शहीद राजमल मीणा राजकीय जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. नरेंद्र कुमार मेघवाल ने बताया कि जिला चिकित्सालयों में 145, उप जिला व सैटेलाइट चिकित्सालयों में 117, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 101 और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व डिस्पेंसरियों में 66 तरह की जांचें निशुल्क उपलब्ध होंगी।
इस योजना के लिए प्रदेश स्तर पर एक निजी फर्म को टेंडर दिया गया है। जल्द ही यह नई जांच व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। मरीजों को जांच रिपोर्ट ऑनलाइन भी मिल सकेगी।